ग्रामीण क्षेत्रों में खतरा
जिले में शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। इनमें ज्यादातर मरीज भोपाल या अन्य बड़े शहरों से होकर आए हैं। कई मरीज ऐसे मिले हैं, जो भोपाल में अपना सैंपल देकर गांव आए और रिपोर्ट में पॉजीटिव पाए गए। यह बड़ी लापरवाही जिले के लोगों के लिए खतरा बन रही है। अब तक ऐसे पांच पॉजिटिव मिल चुके हैं, जो भोपाल में सैंपल देकर रायसेन जिले में पहुंच गए थे। खोहा में मिला पॉजिटिव मरीज भी भोपाल के बैरागढ़ में कपड़े की दुकान पर काम करता था, वहीं सैंपल देने के बाद दो दिन पहले खोहा अपने घर आ गया था। जिले की सीमाएं आवागमन के लिए खुलने के बाद से लोग बिना जांच के जिले में प्रवेश कर रहे हैं और यहां लोगों को और अपने परिवार को संकट में डाल रहे हैं।
जिले में शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। इनमें ज्यादातर मरीज भोपाल या अन्य बड़े शहरों से होकर आए हैं। कई मरीज ऐसे मिले हैं, जो भोपाल में अपना सैंपल देकर गांव आए और रिपोर्ट में पॉजीटिव पाए गए। यह बड़ी लापरवाही जिले के लोगों के लिए खतरा बन रही है। अब तक ऐसे पांच पॉजिटिव मिल चुके हैं, जो भोपाल में सैंपल देकर रायसेन जिले में पहुंच गए थे। खोहा में मिला पॉजिटिव मरीज भी भोपाल के बैरागढ़ में कपड़े की दुकान पर काम करता था, वहीं सैंपल देने के बाद दो दिन पहले खोहा अपने घर आ गया था। जिले की सीमाएं आवागमन के लिए खुलने के बाद से लोग बिना जांच के जिले में प्रवेश कर रहे हैं और यहां लोगों को और अपने परिवार को संकट में डाल रहे हैं।
78 मरीज ठीक हुए
जिले में अभी तक 78 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले से अभी तक कुल 2133 संदिग्ध मरीजों के संैपल जांच के लिए भेजे हंै। इनमें से 1939 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव है तथा 33 सैंपल की रिपोर्ट प्रतीक्षित है। इनके अतिरिक्त 65 सैंपल रिजेक्ट हो गए हैं। जिले में अभी तक 39350 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है।
जिले में अभी तक 78 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले से अभी तक कुल 2133 संदिग्ध मरीजों के संैपल जांच के लिए भेजे हंै। इनमें से 1939 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव है तथा 33 सैंपल की रिपोर्ट प्रतीक्षित है। इनके अतिरिक्त 65 सैंपल रिजेक्ट हो गए हैं। जिले में अभी तक 39350 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है।