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इस योजना में जमकर हुआ फर्जीवाडा, सरकारी कर्मचारियों ने भी उठाया जमकर लाभ

locationरायसेनPublished: Aug 24, 2019 03:56:15 pm

Submitted by:

Amit Mishra

‘संबल योजना में जुड़े हजारों फर्जी नाम ‘नया सवेरा’ में हो रहे बाहरसत्यापन में निकल रहे हजारों फर्जी नाम, लाभ का इंतजार कर रहे वास्तविक हितग्राही

इस योजना में जमकर हुआ फर्जीवाडा, सरकारी कर्मचारियों ने भी उठाया जमकर लाभ

इस योजना में जमकर हुआ फर्जीवाडा, सरकारी कर्मचारियों ने भी उठाया जमकर लाभ

रायसेन. सरकार गरीब हितग्राहियों Government employees के लिए जब भी कोई योजना scheme बनाती है और उसको अमल में लाती है, तब अकसर उस योजना के पात्र हितग्राहियों के साथ ही ऐसे अपात्र हितग्राही जुड़ जाते हैं, जो आर्थिक रूप से सम्पन्न होते हैं और योजना के हिसाब से अपात्र होते हैं। मगर हैरत की बात तो ये है कि ऐसे अपात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ लेने से पहले ही क्यों नहीं रोका जाता।


हितग्राहियों का पंजीयन किया
या यूं कहें कि पहले ही जांच की जाए तो अपात्र हितग्राहियों को रोका जा सकता है। वैसे इस संबंध में लोगों का कहना है कि सरकार ने पहले गरीब मजदूर तबके को संबल कार्ड mukhyamantri yuva sambal yojana के नाम पर तकदीर संवारने का सपना दिखाया। घर-घर जाकर पात्र हितग्राहियों का पंजीयन किया।

शिवराज सिंह चौहान ने रोजाना समीक्षा भी की थी
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रोजाना समीक्षा भी की थी। पर जब सरकार बदली तो ‘संबल योजना का नाम बदलकर ‘नया सबेरा’ naya savera करके लाखों गरीब मजदूरों की किस्मत बदलने का दावा सीएम कमलनाथ द्वारा किया जा रहा है। अब पात्र हितग्राही इस योजना का लाभ मिलने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि शासन द्वारा कराए जा रहे सत्यापन में हजारों फर्जी नाम सामने आ रहे हैं।

 

चार हजार फर्जी नाम राययेन
केवल रायसेन में ही लगभग चार हजार फर्जी नाम ‘संबल योजना’ की सूची में शामिल किए गए थे। जब सत्यापन शुरू हुआ तो ऐसे नामों की छंटनी शुरू हो गई। अब तक आधे कार्डों का सत्यापन किया गया है, जिसमें लगभग ढाई हजार फर्जी नाम पाए गए, जिन्हें सूची से बाहर किया गया है। खास बात ये है कि इस सूची में कई ऐसे नाम शामिल थे, जो जिले के आला अधिकारियों के स्टॉफ में प्रमुख हैं।

जमकर हुई थी मनमानी
नपा सूत्रों के अनुसार योजना का लाभ लेने कई बड़े लोगों ने भी इसका कार्ड बनवा लिया है। दो मंजिला मकान, कार, बाइक वाले और सरकारी पदों पर आसीन लोग लोग भी लाभ लेने गरीबों की इस योजना में शामिल हो गए हैं।विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नगरपालिका द्वारा हितग्राहियों के 12 हजार 724 संबल कार्ड बनाए गए थे। जबकि शहर की आबादी लगभग 45 हजार है। यानि शहर में 30 प्रतिशत से अधिक लोग गरीब हैं।


फंड रिलीज पर रोक
सूत्रों के अनुसार ‘नया सबेरा’ योजना के लिए फिलहाल फंड रिलीज होने पर रोक लगा दी गई है। शासन बाद में ‘नया सबेरा’ योजना के लिए फंड जारी करेगा। ताकि पात्र गरीब हितग्राहियों को इसका फायदा मिलता रहे।इसमें पात्र हितग्राहियों को डोर-टू-डोर सत्यापन होना है। योजना के तहत पूर्व में पात्र हितग्राहियों में से बड़ी संख्या में अपात्र माने जा रहे हैं। नपा सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया का कहना है कि कार्डों का सत्यापन 31 अगस्त तक पूरा हो जाएगा। इस काम में नपा के कर्मचारियों के साथ वार्ड पार्षदों का सहयोग लिया जा रहा है।


योजना में यह है प्रावधान

कार्ड धारक की मृत्यु पर दो लाख रुपए की सहायता। योजना में पांच हजार रुपए की अंत्येष्टि की सहायता राशि का प्रावधान।

दुर्घटना में मृत्यु होने पर आश्रितों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि।
बच्चों के लिए पढ़ाने उच्च शिक्षा लोन।
इलाज में सहायता।
कम बिजली बिल।
पात्रता की श्रेणी
लाभार्थी आयकर दाता नहीं हो।
सरकारी नौकरी में न हो।
2.5 एकड़ से ज्यादा जमीन नहीं हो।
कामगार, नाई, आटो रिक्शा चालक, आर्थिक रूप से कमजोर लोग।

‘नया सबेरा’ योजना के हितग्राहियों का सत्यापन जारी है। 31 अगस्त तक पूर्ण हो जाएगा। शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार पात्र हितग्राहियों की नई लिस्ट बनाई जाना है। अभी तक लगभग ढाई हजार फर्जी नाम काटे जा चुके हैं।
ओमपाल सिंह भदौरिया, नपा सीएमओ रायसेन

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