हस्त निर्मित पत्र पत्रिकाएं बच्चों की मौलिकता को देती हैं साकार रुप: प्राचार्य
रायसेनPublished: Jan 22, 2022 04:48:08 pm
सरस्वती शिशु मंदिर में हस्तनिर्मित पत्रिका का विमोचन।विमोचन के अवसर पर उपस्थित अतिथिगण।
हस्त निर्मित पत्र पत्रिकाएं बच्चों की मौलिकता को देती हैं साकार रुप: प्राचार्य
रायसेन. जिले के सिलवानी नगर में संचालित सरस्वती विद्या मंदिर में कक्षा पांचवी से बारहवीं तक के सभी भैया बहनों ने हस्त निर्मित पत्रिका का निर्माण किया। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, कला, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, कबाड़ से जुगाड़, देश. विदेश ज्ञान, संस्कृति सहित अनेक विधाओं का समावेश किया। सभी हस्त निर्मित पत्रिका का विमोचन विद्या भारती मध्य भारत प्रांत के भोपाल विभाग के विभाग समन्वयक गुरुचरण गौड़ एवं जनजातीय शिक्षा के सह प्रान्त प्रमुख रूप सिंह लोहाने द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग समन्वयक द्वारा बच्चों की मेहनत को खूब सराहा गया। उन्होंने कहा कि हस्त निर्मित पत्रिका तो सभी विद्यालयों द्वारा बनाई जाती है। लेकिन जितनी सुन्दर हस्त निर्मित पत्रिका का निर्माण शिशु मंदिर सिलवानी के भैया बहनों द्वारा किया गया है, वो उन्हें कहीं देखने को नहीं मिली। जो हस्तनिर्मित पत्रिका बनाई गई उनमें बालरंग, अभुद्वय, ज्ञान त्रिपथगा, संवर्धना, काव्य प्रतिभाएं पुष्पांजलि, अरुणिमा एवं ज्ञानदा हैं।
विद्यालय प्राचार्य विनय कुमार शर्मा ने बताया कि हस्त निर्मित पत्र पत्रिकाएं बच्चों की मौलिकता को एक साकार रुप देती हैं। वे अपनी कल्पनाशीलता को पत्रिका में उकेरकर उसे सजीव बनाने का कार्य करते और अपनी अभिव्यक्ति को निखारते हंै। उल्लेखनीय है कि सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं द्वारा शैक्षणिक कार्यों के साथ खेलकूद एवं सामाजिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लिया जाता है। विभिन्न आयोजनों में भाग लेकर प्रतिभागी पुरस्कार प्राप्त करते हैं। पत्रिका विमोचन के इस कार्यक्रम में वीर शिवाजी शिक्षण समिति के अध्यक्ष किशोर सिंह शेखावत, उपाध्यक्ष महेश नामदेव, कोषाध्यक्ष अरुण जैन एवं विद्यालय के सभी आचार्य दीदी उपस्थित रहे।
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