नाले पर पानी आने की वजह से आवागमन अवरुद्ध
बारिश का असर यह है कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी नदियां, नालें उफान पर आने की वजह से लोगों का आवागमन थम गया है। सांची ब्लाक के ग्राम मऊ पथराई, सुंड, सालेरा के बीच नाले पर पानी आने की वजह से आवागमन अवरुद्ध है।
स्थिति पर नजर रखे हुए
वहीं निषद्दीखेड़ा ग्राम के आसपास भी नदी उफान पर है, इस कारण मार्ग बंद है। इधर विमल ढाबा से ग्राम बेलना जाने वाला मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। इस मार्ग पर नदी पर पानी आने की वजह से आवागमन अवरुद्ध है। तहसीलदार अताउल्लाह खान ने बताया कि लगातार बारिश के चलते महुआखेड़ा बस्ती और आस-पास के गांवों में सतर्कता बरती जा रही है। यहां स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने के लिए कहा है।
दरगाह का रपटा डूबा
बारिश के चलते शनिवार शाम लगभग साढ़े सात बजे भोपाल रोड पर स्थित दरगाह रपटा पर पानी आ गया था। रात साढ़े आठ बजे रपटा पर लगभग तीन फीट पानी था। जिससे रायसेन और भोपाल के बीच इा मार्ग से आवागमन बंद हो गया था। हालांकि वाहन बायपास से होकर गुजर रहे थे। इसी तरह सागर रोड पर पारासरी नदी का पुल जलमग्र होने से बेगमगंज और सागर के बीच आवागमन बंद हो गया था।
चारों तरफ पानी ही पानी
सांची. आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही जोरदार बारिश हो रही है। जिसके चलते जगह-जगह पानी भर गया है। सांची क्षेत्र में अभी तक थोड़ी बारिश से किसानों को कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन खेतों में पानी भर गया है। निचले क्षेत्रों में में भी पानी का भराव हो गया है।
पलकमती से छोड़ा पानी
सुल्तानपुर. शनिवार को लोअर पलकमती बांध का एक गेट खोलकर पानी निकालना शुरू किया गया। इस पुराने बांध को सुरक्षित रखने के लिए लगभग तीन फीट पानी निकाला जा रहा है। इससे ऊपर अपर पलकमती बांध भी लबालग हो गया है। इसमें जल स्तर अधिक होने पर इसका पानी लोअर पलकमती बांध में छोड़ा जाता है। जिसे समय रहते खाली किया जा रहा है। लोअर तालाब के पांच में से एक गेट को खोलकर नहर के जरिए पानी निकाला जा रहा है।
बस्ती में भरा पानी
सांचेत. शुक्रवार से हो रही बारिश से एक बार फिर सांचेत बस्ती में पानी भर गया। घरों में और बाजार में कमर तक पानी भर गया था। जिससे दुकानदारों को खाासा नुकसान हुआ है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से बालिका छात्रावास के सामने भी पानी भर गया है।
घरों में भरा पानी
बिनेका. शनिवार को मूसलाधार बारिश की वजह से घरों में पानी भर गया। जिससे लोगों को नुकसान हुआ है। साथ ही नाला उफान पर होने से आवागमन बंद हो गया है। रास्ता बंद होने से बच्चे स्कूल नहीं जा सके। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं।
ये है जिले के तालाबों की स्थिति
तालाब ——– भराव क्षमता ——–भराव प्रतिशत में
बनछोड ——–159.26 ——–एमसीएम 61
दाहोद ——- 459.96 ——-एमसीएम 82
मोघा ——- 371.25 ——-एमसीएम 100
नगपुरा ——- 422 —— एमसीएम 73
रातापानी——- 549.40 ——- एमसीएम 66
शाला बर्रु ——-415 ——- एमसीएम 100
हलाली ——- 459.61 ——- एमसीएम 85
सेमराखास ——-464.50 ——- एमसीएम 70
सेमरी ——-531 ——- एमसीएम 100
पलकमती ——- 482.50 ——- एमसीएम 94
बारना ——- 348.55 ——- एमसीएम 60
रायसेन में हुई 92.6 मिमी बारिश
शुक्रवार सुबह आठ बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक रायसेन तहसील क्षेत्र में सबसे अधिक 92.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। 24 घंटे में जिले में कुल 25.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसमें शनिवार सुबह से दोपहर तक की बारिश के आंकड़े शामिल नहीं हैं। अब तक जिले में कुल 980.9 मिलीमीटर औसम बारिश हो चुकी है।