गुरुवार रात हुई जोरदार बारिश से एक बार फिर काहुला पुल जलमग्न हो गया, जिससे शुक्रवार सुबह 10.30 बजे से लगभग १२ बजे तक सागर-भोपाल मार्ग बंद रहा। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की कतारें लगी रहीं।
उल्लेखनीय है कि लगभग दो साल पहले वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार एवं लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह राजपूत ने नए पुल का शिलान्यास करते हुए 18 माह में पुल का निर्माण कराने का दावा किया था, लेकिन अब तक पुल का दस फीसदी काम भी नहीं हुआ है, जिससे काहुला नदी का पुल बारिश में आए दिन जलमग्न होकर आवागमन को प्रभावित कर रहा है।
मकान की दीवार गिरी
पड़ान मौहल्ला में नदी किनारे बने कमलेश कुशवाहा के कच्चे मकान की दीवार ढह गई।
इससे मन बाई 70, सुमित 10, हरिओम 12, मोहिनी 50, मनु 6 साल तथा ढाई माह की प्रियंका घायल हो गई। सभी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहीं सिलाई मशीन, पेटी, कपड़ा, अनाज आदि तेज बहाव में बह गए।
पग्नश्वर पुल जलमग्न
रायसेन. भारी बारिश के चलते बेतवा नदी भी उफान पर आ गई है। रायसेन से सांची रोड पर बेतवा का पग्नेश्वर पुल शुक्रवार सुबह जलमग्न हो गया। पुल पर लगभग चार फीट पानी था। इस दौरान रायसेन से सांची का संपर्क टूटा रहा।
चार दिन पहले कोड़ी पुल के अस्थाई मार्ग के बह जाने से पहले ही यह मार्ग बंद था।
क्षेत्र में गुरुवार रात हुई जोरदार बारिश से बेबस नदी फिर से उफान पर आ गई। जिससे नदी पर बना रपटा जलमग्न हो गया। शुक्रवार सुबह से देर शाम तक सुल्तानगंज का कई गांवों से संपर्क टूटा रहा। ग्राम बम्होरी, टेकापार, रहमा, गुलवाड़ा, सुनवहा, खामखेड़ा, पिपरिया, खजूरिया, देवलापुर, बेरसला, डुगरिया, पिपरिया आदि कई ग्रामों का सम्पर्क टूटा रहा है। बड़ी संख्या में ग्रामीण रपटा के दोनों ओर घंटों बैठे रहे।