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मोर और नीलगाय का करते थे शिकार , पुलिस ने किया गिरफ्तार

locationरायसेनPublished: Jun 24, 2019 06:21:37 pm

Submitted by:

Amit Mishra

वन और वन्य जीवों पर संकट के बादल भोपाल के तीन पेशेवर शिकारी गिरफ्तार, दो फरा

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रात में मोर और नीलगाय का करते थे शिकार , पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायसेन. दिनोंदिन फैलते शहरों के कारण हरियालीयुक्त जंगल सिकुड़ते जा रहे हैं और इन सिकुड़ते जंगलों के कारण वन्य जीवों का अस्तित्व भी खतरे में पड़ता जा रहा है। क्योंकि शिकारियों (Hunter ) की गिद्ध नजरें इन पर हमेशा लगी रहती हैं। यदि इन शिकारियों पर लगाम नहीं लगाई गई तो वो दिन दूर नहीं, जब ये वन्य जीव केवल कागजों में नजर आएं। जी हां, इसका उदाहरण है कि जिले के वन परिक्षेत्र गढ़ी के रजपुरा बीट के जंगल में मोर और नीलगाय का शिकार कर मांस पका रहे तीन शिकारियों ( Hunter Arrest ) को वन अमले ने गिरफ्तार किया है। जबकि दो शिकारी भागने में सफल हो गए।


केस दर्ज किया गया

जानकारी के अनुसार सभी शिकारी भोपाल के निवासी हैं, जिनका रजपुरा में फार्म हाउस है। शनिवार की रात लग्जरी वाहनों से रजपुरा पहुंचे शिकारियों ने रात में मोर और नीलगाय का शिकार किया था।


शिकारियों के तीन वाहन सहित बंदूकें, चाकू, छुरियां आदि बरामद की हैं। मुखबिर की सूचना पर वन अमले ने घेराबंदी कर शिकारियों को पकड़ा। वन अमले ने पांचों शिकारियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करते हुए वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा 9, 51, 52 के तहत केस दर्ज किया है।

 

भोपाल के कोहेफिजा निवासी है शिकारी
सभी रसूखदार पेशेवर शिकारी भोपाल के कोहेफिजा निवासी हैं। गिरफ्तार शिकारियों में अंसार कुरैशी, कमाल कुरैशी दोनों सगे भाई हैं। बताया जाता है कि इन रसूखदार शिकारियों का रजपुरा में कृषि भूमि एवं फांर्म हाउस है।


मौका पाकर दो साथी फरार
दोनों भाईयों ने एक साथी रईस अहमद खान के साथ नीलगाय और मोर का शिकार किया था। मुखबिर की सूचना पर वन विभाग के अमले ने फार्म हाउस पर आधी रात में घेराबंदी कर तीन शिकारियों को मांस पकाते हुए पकड़ा, मौका पाकर इनके दो साथी शमीम खान, जमाल खान फरार हो गए। शिकारियों के पास से एक 315 बोर, 1 बारह बोर और एक 22 बोर दूरबीन लगी बंदूकें, तीन चार पहिया जीपें, चाकू, छुरियां जब्त किए हैं। इस पूरी कार्रवाई में गढ़ी वनरेंज के रेन्जर रजनीश शुक्ला सहित अमला शामिल रहा।

 

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 फॉर्म हाउस हैं अड्डे
जिले में भोपाल के कई लोगों ने फार्म हाउस बना रखे हैं। जंगलों के आस-पास कुछ जमीन खरीदकर खेती किसानी के बहाने भोपाल के शौकीन शिकारी रायसेन के जंगलों में अपना शौक पूरा करते हैं। इससे पहले भी कई बार भोपाली शिकारी जिले में शिकार करते हुए धरे गए हैं। रायसेन सहित चिकलोद, सिलवानी, गैरतगंज, गढ़ी, सुल्तानपुर, चिलवाहा आदि क्षेत्र में शिकारी हमेशा सक्रिय रहते हैं।

 

जंगलों में पिकनिक के नाम से आते हैं शिकारी
जिले के जंगलों में जानवरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिले के दो अभयारण्य रातापानी और सिंघोरी में बाघ, हिरण, नीलगाय, चिंकारा, ब्लेक बग जैसे जानवरों की संख्या बढ़ गई है। इन जानवरों पर भोपाल के शिकारियों की नजर रहती है। शिकारी पिकनिक के नाम पर जिले के जंगलों में आते हैं और रात में शिकार कर सुबह भोपाल चले जाते हैं। शिकारियों को पकडऩे में रेंजर रजनीश कुमार शुक्ला के अलावा नारायण सिंह रघुवंशी, पुनमियां, हरि शंकर दुबे, महेश धाकड़, महेश चंद चौहान, राकेश भील, अश्वनी गुप्ता, गीता विश्वकर्मा, नरेंद्र मिश्रा, राकेश राय, मुमताज खान आदि शामिल रहे।

 

 

जंगल में काटे सौ सागौन के पेड़
रायसेन के वनपरिक्षेत्र गढ़ी के तहत अहमदपुर विदिशा रोड पर गुफा बनवीट के तहत खैरखेड़ी, हैदरी सगौनिया और जमनियां के जंगलों से लकड़ी माफियाओं द्वारा हरेभरे सौ सागौन के पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है। आदिवासी बहुल इन जंगल क्षेत्रों में लकड़ी माफिया गिरोह लंबे समय से सक्रिय है।


कभी दिनदहाड़े तो कभी रात के अंधेरे में पेड़ोंं पर कुल्हाड़ी चल रही है। सागौन की तस्करी के मामले में वनकर्मियों की मिलीभगत भी जगजाहिर है। इस मामले में डीएफओ राजेश खरे का कहना है कि जल्द ही इन सागौन पेड़ों की कटाई के मामले की जांच करवा कर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


रजपुरा के जंगल से एक नीलगाय और राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार के मामले में भोपाल के तीन शिकारियों को हिरासत में लेकर, हथियार, मांस समेत वाहन जब्त कर लिए हैं। फरार शिकारियों की तलाश की जा रही है। सोमवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
-राजेश कुमार खरे, डीएफओ रायसेन

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