कार्य के बोझ में कर ली आत्महत्या
ज्ञापन में बताया कि खरगोन जिले के जनपद सीईओ राजेश बाहेती एवं धार जिले के उपयंत्री प्रवीण पंवार द्वारा अधिक कार्य का बोझ एवं दबाव के कारण आत्महत्या कर ली। इसके विरोध में उच्च स्तरीय जांच कराने एवं दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। दोनों घटनाओं से अधिकारी, कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। ज्ञापन में मांग की गई कि संविदा पर कार्य कर रहे अधिकारी, कर्मचारियों को पांच जून 2018 की संविदा नीति लागू कर नियमित कर्मचारियों की भांति सुविधाएं दी जाएं।
ज्ञापन में सभी 12 संगठनों द्वारा चेतावनी भी दी गई है कि यदि सात दिन में सभी मांगों का निराकरण नहीं किया गया, तो सभी संगठनों के अधिकारी, कर्मचारी आगामी 18 जुलाई से सामूहिक रुप से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में जनपद सीईओ संघ के जिलाध्यक्ष संजय अग्रवाल, अभियंता संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र अहिरवार, इंजी. केके जाटव, मीडिया प्रभारी रामगोपाल यादव, नरेश ठाकरे, पंचायत सचिव संघ जिलाध्यक्ष गिरजेश शर्मा, विनोद सिंह बघेल, शिवराज गुर्जर, नर्मदा प्रसाद पटेल, शेषराम शर्मा, मोहर सिंह गुर्जर, सुधीर सोनी, संजय चौरसिया सहित संगठनों के अनेक अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे।
आला अधिकारी कर रहे तानाशाही
बाड़ी/बरेली. सोमवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने आला अधिकारियों की प्रताडऩा से तंग आकर सीईओ और उपयंत्री द्वारा की गई आत्महत्या के विरोध मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम बरेली प्रमोद गुर्जर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि अफसरों द्वारा ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत के अधिकारी, कर्मचारियों पर तानाशाही की जा रही है। बीते दिनों भीकनगांव खरगोन में पदस्थ सीईओ और गंधवानी धार में पदस्थ उपयंत्री द्वारा आत्महत्या कर लेने से पूरा अमला स्तब्ध है। संयुक्त मोर्चा द्वारा सोमवार को पूरे प्रदेश में एक साथ एक दिवस की तालाबंदी कर विरोध जताया है। ज्ञापन सौंपने वालों में तुलसीराम रघुवंशी, भूपेंद्र नाथ किरार, रामप्रकाश रघुवंशी, रोसेस राय, शरद उपाध्याय, सुरजीत ठाकुर, अनुराग चौहान, मोहन कुमार साहू, सविता राजपूत, राम लोखंडे, राजेश धाकड़, सचिव संगठन अध्यक्ष भवानी सिंह ठाकुर, होशियार सिंह ठाकुर, सनत चतुर्वेदी, लक्ष्मीदास उपस्थित रहे।