केवल ईंट भट्ठे ही नहीं रघुवीर यादव और उसके परिवार द्वारा पठारी के आस-पास बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन भी किया गया है। वन और राजस्व की भूमियों पर अतिक्रमण किया गया है। गोलीकांड के पीछे यही अतिक्रमण और अवैध उत्खनन था, जिसकी शिकायतें गोलीकांड में पीडि़त परिवार द्वारा लगातार की जा रही थीं। प्रशासन ने तब शिकायतों पर गौर नहीं किया, जिसका नतीजा एक सितंबर को बड़े विवाद के रूप में सामने आया था। अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। सोमवार की कार्रवाई कलेक्टर के निर्देश पर की गई, आगे जो आदेश मिलेंगे उसके अनुसार कार्रवाई होगी।
लगभग चार घंटे तक चली कार्रवाई
जिला प्रशासन द्वारा सोमवार को दोपहर १२ बजे कार्रवाई के लिए टीम पठारी भेजी गई। पहले अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया, फिर दोनों जेसीबी मशीनों को रसूखदार रघुवीर यादव के अवैध ईंट भट्ठों को कुचलने के निर्देश दिए। सुरक्षा की दृष्टि से कोतवाली टीआई आशीष सप्रे सहित पुलिस बल भी मौजूद रहा। हालांकि आरोपी परिवार के लगभग सभी पुरुष सदस्य जेल में हैं। कार्रवाई के दौरान करीब 4 लाख ईंटों को तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों को प्रशासन ने ईंट भट्ठों के आस-पास तक आने नहीं दिया।
अब कब्जों पर नजर
रघुवीर यादव और उसके परिवार द्वारा पठारी के आस-पास बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया गया है। अपने रसूख और राजनीतिक संबंधों की दम पर गांव के लोगों को भी डरा धमका रखा था। यहां तक कि अधिकारी भी उसके अवैध कारोबारों पर नजर नहीं डालते थे।
कलेक्टर के निर्देश पर सोमवार को पठारी में दो अवैध ईंट भट्ठों पर कार्रवाई करते हुए ईंटें नष्ट की गई हैं। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
-एलके खरे, एसडीएम रायसेन