आलू को छोड़कर बाकी सब्जियों की आवक घटने से लगातार दामों में इजाफ ा हो रहा। झ्सी बीच गार्मियों के सीजन में आने वाली सब्जियों की आवक शुरू होने और उनके दाम स्थिर होने तक सब्जियों के दाम लोगों को करंट देते रहेंगे। ऐसे में लोगों के रसोई का बजट गड़बड़ाता नजर आ रहा है।
वर्तमान में सब्जियों के दामों को देखा जाए, तो आलू 10 से 15 रुपए प्रति किलो, टमाटर 25 से30रुपए किलो, जबकि पहले 10 रुपए किलो बिक रहा था। वहीं फू लगोभी ३० से 40 रुपए प्रति किलो, गिलकी, भिंडी, तोरई 60 रुपए प्रति किलो, पत्ता गोभी 30 से 40 रुपए, मैथी भाजी 40 से 50, पालक 25 से 30 रुपए किलो, बैंगन 20 से 30 रुपए, लौकी 20 से25 रुपए, सेम फली 40 से 50, अदरक 80 से 90 रुपए, प्याज 1० से 15 रुपए किलो लहसुन 40 से 50 रुपए प्रति किलो, कद्दू 30 रुपए प्रति किलो, ककड़ी 30 रुपए किलो, भिंडी 50 से 60 रुपए प्रति किलो के दाम पर बेची जा रही है।
लोग सब्जी महंगी होने से हरी सब्जियों की अपेक्षा दाल व अन्य सब्जियों पर निर्भर होने लगे हैं। वहीं सब्जी व्यापारियों रघुवर कुशवाहा, संतोष कुशवाहा लालसिंह, भइयन पंथी आदि का मानना है कि इसी तरह से भाव बढ़ते गए, तो गर्मियों के दिनों में व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा।