बताया जा रहा है कि रोजना जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के आदेश पर रात १० बजे के बाद रायसेन शहर के बाजार की दुकानों को बंद कराने दिए गए हैं। पुलिसकर्मी बाकायदा विसिल बजाकर संकेत देने के बाद दुकानें बंद क राने की बात बोलते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे बाजार की सभी दुकानें बंद हो जाती हैं। लेकिन मंगलवार की रात शराब के नशे में चूर आरक्षक वीर सिंह ने मानवीयता की सारी हदें पार करते हुए ना बल्कि दुकानदारों की पिटाई की बल्कि राहगीरों से लेकर दुकानों में खाकी वर्दी में पुलिसिया रौब झाड़ते हुए जमकर मारपीट कर डाली। जबकि दुकानें बंद कराने का समय १० बजे के बाद निर्धारित किया गया है। पुलिसकर्मियों की इस अचानक की गई गुंडागर्दी से लोग सहम गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात करीबन ९.३० बजे बजे शराब के नशे में चूर होकर हाथ में प्लास्टिक बेंत पाइप लेकर एक जीप चालक के साथ वाहन से पहुंचा। इसके बाद फल फ्रूट और सब्जी मार्केट सहित सांची रोड माता मंदिर चौराहे पर एक चाय की दुकान पर पहुंचकर दुकानदार सलमान इंडियन से गाली गलौंच करते हुएवह मारपीट पर उतारू हो गया। इसके बाद ग्राहकों की रोड़ किनारे खड़ींं दो बाइकों को धक्का मार कर पटक दीं। जिससे बाइकें क्षतिग्रस्त हो गईं। दुकान के सामने खड़े होकर चाय पी रहे लोगों के साथ मारपीट भी की। इसके बाद इस शराबी किस्म के आरक्षक वीरसिंह ने शराब के नशे में धुत्त होकर खाकी वर्दी का रौब झाड़ते हुए राह चलते निर्दोष लोगों व चाय पान दुकानदारों की दुकानों में तोडफ़ोड़ कर बेवजह गालीगलौंच करते हुए जमकर मारपीट की।
यह दृश्य देखकर लोगों में भगदड़ मच गई। आक्रोशित भीड़ ने जब उसको पकडऩे की तैयारी की तो मौका भांप कर वह जीप में सवार हो गया। जीप चालक ने इस भीड़ से बचाकर उसे थाना कोतवाली लेकर चला गया। लेकिन नाराज भीड़ कोतवाली थाने पहुंच गई। सूचना मिलते ही एएसपी अवधेश प्रताप सिंह बारी मौके पर पहुंचकर नाराज भीड़ को समझा बुझाकर किसी तरह शांत किया। इस मामले की सारी जानकारी एएसपी सिंह ने एसपी जेएस राजपूत को मोबाइल पर दी। एसपी राजपूत के आदेश पर पीडि़त लोगों के बयान लेने के बाद रात ११.३० बजे उस दोषी आरक्षक वीरसिंह को सस्पेंड करते हुए लाइन हाजिर करने की कार्रवाई की। जिससे नाराज भीड़ ने एसपी राजपूत को धन्यवाद ज्ञापित किया है।