लिंक कराने पर ही मिलेगा योजनाओं का फायदा
इस नई व्यवस्था के तहत चार साल में बने लगभग 3 लाख से भी अधिक डिजिटल जाति-प्रमाण पत्र लोक सेवा केंद्रों पर लिंक कराने के साथ ही आटोमैटिक अपडेट हो जाएंगे। इसके बाद ही नए डिजिटल जाति प्रमाण पत्रों से संबंधित व्यक्ति सरकारी से मिलने वाली छात्रवृत्ति विभिन्न योजनाओं से मिलने वाला अनुदान प्राप्त कर सकेंगे।
पुराने जाति प्रमाण पत्र डिजिटल मिलेंगे
मप्र शासन ने पूर्व में एसडीएम कार्यालय में लाल रंग के सादा कागज पर बने पुराने जाति प्रमाण पत्र बनाकर दिए जाएंगे। नए डिजिटल जाति प्रमाण पत्रमहज 3 दिनों में बदलकर जो नए डिजिटल जाति प्रमाण पत्र आगामी तीन महीनों तक नि:शुल्क बनेंगे।
4 लाख से अधिक जाति प्रमाण पत्र बने, अभी रायसेन जिले में लाखों जाति प्रमाण-पत्र करना होंगे लिंक। पिछले चार सालों में रायसेन जिलेभर के सभी लोकसेवा केंद्रों में स्कूल-कॉलेजों सहित अन्य लोगों के 3 लाख ये अधिक जाति प्रमाण पत्र बने हैं। मप्र शासन के आदेश के तहत अब डिजिटल जाति प्रमाण पत्रों को संबंधित व्यक्ति के आधार नंबर, मोबाइल नंबर और समग्र आईडी से जोडऩा अनिवार्य कर दिया गया है।
वर्तमान में सभी पुराने जाति प्रमाण पत्रों को आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य है।क्योंकि शासन की तमाम योजनाओं का लाभ बिना लिंक कराए मिलना नामुमकिन ही होगा। इसीलिए जगरूकता का परिचय देते हुए छात्रों समेत आम लोगों को जाति प्रमाण पत्रों को लोक सेवा केंद्र पहुंचकर आधार कार्ड नंबर से लिंक जरूर कराएं। वर्तमान मं जिला आदिम जाति एवं कल्याण विभाग के एससी एसटी तबके के छात्रों के लिए आधार कार्ड से जाति प्रमाण पत्र आधार लिंक कराने विशेष अभियान चलाया जा रहा है। रायसेन जिले भर में 3 लाख से अधिक डिजिटल जाति प्रमाण पत्र बनाए गए हैं।
रवि चंदेल लोक सेवा केंद्र प्रबंधक रायसेन