समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्रों पर बढ़ाए तोल कांटे, अब नौ जून तक होगी खरीदी
समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्रों पर बढ़ाए तोल कांटे, अब नौ जून तक होगी खरीदी

ब्यावरा। किसानों को समर्थन मूल्य पर चना, मसूर और सरसों बेचने में आ रही दिक्कतों, जिलेभर में बन रही विवाद की स्थिति के बाद जिले की सबसे बड़ी मंडी में प्रशासन तोल कांटे बढ़ा दिए। न सिर्फ कांटे बढ़ाए बल्कि हम्माल और परिवहन सहित मंडी प्रशासन की मदद लेकर मंडी में आम खरीददारी भी बंद करवा दी।
गुरुवार सुबह से खरीदी केंद्रों पर बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। दो-दो दिन पहले से मैसेज के आधार दे रखे नंबर के बाद किसानों की संख्या बढऩे पर प्रशासन ने 19 कांटों की व्यवस्था मंडी में करवाई। दिनभर में काफी मात्रा में उपज खरीदी केंद्रों पर हुई। साथ ही रुटीन में होने वाली खरीदी जरूर मंडी की बंद रही। शुक्रवार को भी मंडी बंद रहेगी, तमाम हम्माल वहीं काम संभालेंगे और मंडी प्रशासन को भी व्यवस्थाएं बनाए रखने का जिम्मा दिया है।
इसके साथ ही प्रशासन ने 30 मई तक होने वाली खरीदी की तारीख में भी इजाफा किया है। इसके तहत अब नौ जून तक तुलाई का काम होगा लेकिन प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि बारिश और मौसम को देखते हुए 30 मई तक खरीदी पूरी करने की प्लॉनिंग है। यदि बारिश की स्थिति रही तो इसी माह हर हाल में काम पूरा कर लिया जाएगा।
...और ब्यावरा में प्याज को लेकर बढ़ रही मांग
ब्यावरा मंडी की बजाए नरसिंहगढ़, जीरापुर और सारंगपुर मंडी को प्याज खरीदी केंद्र बनाए जाने का विरोध स्थानीय किसान जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि ब्यावरा मंडी जिले की सबसे बड़ी मंडी है। जिसमें आस-पास के साथ ही दूर-दराज के गांवों से भी किसान उपज लेकर आते हैं, बावजूद इसके शासन ने इस बार ब्यावरा को खरीदी में शामिल नहीं किया। निवृत्तमान जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामचंद्र दांगी ने कहा कि यदि प्रशासन ब्यावरा में केंद्र नहीं स्थापित करता है तो हम विरोध जताएंगे।
19 तोल कांटों पर हुई खरीदी
किसानों की दिक्कतों को देखते हुए १९ तोल कांटों पर तुलाई शुरू की गई है। अन्य तमाम प्रकार की व्यवस्था भी मंडी में की गई है जिससे किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। साथ ही मंडी प्रशासन को भी व्यवस्थाएं बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
-अंजली शाह, एसडीएम, ब्यावरा
नौ जून तक होगी खरीदी
पहले हमने बतौर व्यवस्था के 30 मई तक खरीदी के निर्देश जारी किए थे जो कि शासन स्तर से ही तय है। बारिश और मौसम को देखते हुए यह करना जरूरी है। अब नौ जून तक बचे हुए तमाम किसानों की उपज खरीदी जाएगी।
-राखी रघुवंशी, डीएमओ, राजगढ़
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