किसान जागृति संगठन के आव्हान पर संगठन के प्रमुख इरफान जाफरी के नेतृत्व में किसानों ने अपनी मांगों बुलंद किया। उन्होंने कहा यह लड़ाई किसानों के हक के लिए है। हर मौसम की मार हम पर पड़ती हैै। फसल अच्छी हो तो दाम अच्छे नहीं मिलते और फसल अच्छी न हो तो बाजार में बिकती ही नहीं है। हम अपनी फसलों के कारण कर्ज में डूब जाते है। जिसके चलते कई किसानों को आत्महत्या करनी पड़ती है। सरकार भी हमारे लिए कोई खास काम नहीं कर रही है। यही कारण है कि विरोध के लिए बार बार, अलग अलग तरीके अपनाने पड़ रहे हैं।
सब्जी के मूल्य नही मिलने के कारण किसानो ने विरोध स्वरूप अपनी सब्जी सडकों पर फैंकी। किसानो से अपील की गई एक से शुरू होकर दस जून तक चल रहे गाँव बंद आंदोलन को सफल बनाएं। इस अवसर पर किसान जागृति संगठन प्रमुख इरफान जाफरी, महामंत्री रोहित यादव, तहसील अध्यक्ष गणेश सिंह राजपूत, युवा महामंत्री उपेन्द्र प्रताप सिंह राजपूत, रंजीत यादव, भैय्या लाल यादव, नारायण सिंह, नंद किशोर कुशवाह, पप्पू प्रजापति, अखिलेश मालवीय, सोदान कुशवाह, कुंजी लाल कुशवाह, खुमान सिंह, सुरेश कीर, हरनाम राजपूत, जरीफ पटेल, राकेश मीणा, केशरी कुशवाह के साथ सैकड़ों किसान उपास्थित थे।
पुलिस ने उठाई सब्जी
किसानों के ओर दर्शन को देखते हुए सलामतपुर तिराहा पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। किसानों द्वारा फीकी गई सब्जियां बाद में पुलिस ने उठाकर सड़क को साफ किया।