कुछ दबंग किस्म के लोगों ने राजस्व महकमे के अधिकारियों से सांठगांठ कर ईंटभट्टे नियम विरूद्ध स्थापित कर लिए हैं। बताया जा रहा है कि इन अवैध ईंट भट्टा संचालकों ने ही नाथ समाज की मुक्तिधाम की जमीन का आहिस्ता-आहिस्ता हड़पना प्रारंभ कर दिया है। मनमानी व लापरवाही का नतीजा यह निकला की उचित कार्रवाई के अभाव में नाथ समाज की 4 एकड़ भूमि में से अब बमुश्किल एक दो एकड़ जमीन ही मुक्तिधाम के लिए बची है।
अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की मांग
नाथ समाज के संतोष नाथ,राजेश नाथ,महेश योगी नाथ,नर्बदा प्रसाद नाथ,मेहरबान,राकेश कुमार,लखन सिंह,गोपीनाथ,भैंरोंलाल योगी,विक्रम, दिलीप,राजें्रद नाथ आदि ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कलेक्टर एस प्रिया मिश्रा को आवेदन देकर नाथ समाज की श्मशान घाट की जमीन दबंगों के चंगुल से अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की मांग की है।
नाथ समाज के संतोष नाथ,राजेश नाथ,महेश योगी नाथ,नर्बदा प्रसाद नाथ,मेहरबान,राकेश कुमार,लखन सिंह,गोपीनाथ,भैंरोंलाल योगी,विक्रम, दिलीप,राजें्रद नाथ आदि ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कलेक्टर एस प्रिया मिश्रा को आवेदन देकर नाथ समाज की श्मशान घाट की जमीन दबंगों के चंगुल से अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की मांग की है।
अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया तो करेगें आन्दोलन
उन्होंने जिला व पुलिस प्रशासन को यह चेतावनी देते हएु बताया कि अगर मुक्तिधाम की जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया तो नाथ समाज के लोग आन्दोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
उन्होंने जिला व पुलिस प्रशासन को यह चेतावनी देते हएु बताया कि अगर मुक्तिधाम की जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया तो नाथ समाज के लोग आन्दोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
दंबगों को नहीं है प्रशासन का खौफ
समाज के लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शहर में दंबगों के हौसले बुलंद है।और प्रशासन इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। ऐसा लगता है कि शहर में केवल दंबगों का राज है। नाथ समाज के लोगों का कहना है कि श्मशान घाट की जमीन अगर जल्द अतिक्रमण से मुक्त नहीं की गई तो समाज के लोग धरने पर बैठ जाएगे। गौरतलब है कि नाथ समाज के लिए मुक्तिधाम के लिए जिला-प्रशासन द्वारा लगभग चार एकड़ से भी ज्यादा जमीन उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन इस बेशकीमती जमीन पर दबंग अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया जिस कारण जमीन म़ात्र दो एकड़ बची हुई है।
समाज के लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शहर में दंबगों के हौसले बुलंद है।और प्रशासन इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। ऐसा लगता है कि शहर में केवल दंबगों का राज है। नाथ समाज के लोगों का कहना है कि श्मशान घाट की जमीन अगर जल्द अतिक्रमण से मुक्त नहीं की गई तो समाज के लोग धरने पर बैठ जाएगे। गौरतलब है कि नाथ समाज के लिए मुक्तिधाम के लिए जिला-प्रशासन द्वारा लगभग चार एकड़ से भी ज्यादा जमीन उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन इस बेशकीमती जमीन पर दबंग अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया जिस कारण जमीन म़ात्र दो एकड़ बची हुई है।