मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सबसे पहले आदेश जारी किया
उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सबसे पहले किसानों के कर्ज माफी का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि हमने जो वचन दिया था, उसे 10 दिन के भीतर पूरा भी किया। चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के तहत किसानों के ऋण माफ होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों की स्थिति में सुधार होगा और वे आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि जो किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे और उन्हें अपने परिवार को चलाने में, खेती करने में परेशानी हो रही थी, उन किसानों के लिए यह योजना बहुत मददगार साबित होगी।
ऋण माफी योजना के फार्म ग्राम पंचायतों में ही उपलब्ध
मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के तहत जिले के एक लाख 60 हजार किसानों का ऋण माफ किया जाएगा, जिसमें सहकारी बैंक के 73 हजार 976 किसान तथा राष्ट्रीयकृत बैंकों के 86 हजार किसान शामिल है।
किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए परेशान न होना पड़े, इसके लिए ग्राम पंचायतों में ही फसल ऋण माफी फार्म उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लाभान्वित किसानों की सूची भी पंचायतों में प्रदर्शित की जाएगी। किसानों को पात्रतानुसार हरे, सफेद और गुलाबी रंग के आवेदन पत्र संबंधित ग्राम पंचायत कार्यालय में जमा करने होंगे। ऋणी कृषकों की सूची का प्रकाशन होने के बाद आधार सीडेड हरी सूची के किसानों को हरे रंग के आवेदन पत्र तथा गैर आधार सीडेड सफेद सूची के किसानों को सफेद रंग के आवेदन पत्र जमा करने होंगे।
सूची में प्रदर्शित जानकारी पर आपत्ति अथवा दावा प्रस्तुत करने का अधिकार दिया गया है। इसके लिए संबंधित किसान को गुलाबी रंग का आवेदन करना होगा। गुलाबी आवेदन पत्र में भाग एक केवल उन किसानों को भरना होगा, जिनका नाम बैंक द्वारा प्रदर्शित सूची में दर्ज नहीं है। इसी प्रकार भाग दो केवल उन किसानों को भरना होगा जिनके संबंध में बैंक द्वारा प्रदर्शित जानकारी त्रुटिपूर्ण है।
सूची का किया विमोचन
स्कूल शिक्षा मंत्री ने जिला सहकारी बैंक के लाभान्वित ऋणी किसानों की सूची का विमोचन किया। कार्यक्रम में कुछ किसानों ने अपने आवेदन मंत्री को दिए। इसके अलावा चौधरी, खरबई तथा देवनगर में आयोजित मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में भी शामिल हुए। कार्यक्रम में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुमताज खान तथा शोएब अंजुम ने भी संबोधित किया। इस मौके पर कलेक्टर एस प्रिया मिश्रा, एसपी मोनिका शुक्ला, सीईओ जिला पंचायत अमनवीर सिंह बैस, कृषि विभाग के उप संचालक एनपी सुमन, आलोक यादव मौजूद थे।