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विश्व में अनूठा है यह शिवालय, एक बार में ही जाता है 1108 शिवलिंग का अभिषेक

locationरायसेनPublished: Feb 14, 2020 06:55:44 pm

Submitted by:

Manish Gite

आइए जानते हैं ऐसे अनूठे शिवलिंग के बारे में जिसके एक बार दर्शन करने पर 1108 शिवलिंग के दर्शन का लाभ मिलता है…।

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भोपाल। दुनियाभर में अनूठे शिवलिंग कम नहीं हैं। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में भी एक ऐसा शिवलिंग है, जिसका एक बार अभिषेक करें तो पूरे 1108 शिवलिंग का एक साथ अभिषेक हो जाता है। यहां एक शिवलिंग के भीतर 1108 शिवलिंग बनाए गए हैं, वो भी एक ही पत्थर से।

मध्यप्रदेश के भोजपुर मंदिर के पास स्थित आशापुरी गांव है। रायसेन जिले का यह गांव अपनी ऐतिहासिक धरोहर के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस प्राचीन शिवलिंग का अभिशेक करने से भक्तों की मुरादें जल्दी पूरी हो जाती हैं।

 

1108 छोटे शिवलिंगों को अपने में समाहित करने वाले प्राचीन शिवलिंग को भिलोटा देव स्थान के नाम से भी जाना जाता है। यहां स्थित प्राचीन शिवलिंग की पूजा करने से श्रद्धालुओं को एक ही बार में 1108 शिवलिंग की पूजा करने का सौभाग्य भी मिल जाता है।

अपने आप पहुंच जाता है जल
आशापुरी के शिवलिंग के बारे मे मान्यता है कि इस शिवलिंग पर जल डालते ही 1108 शिवलिंग पर अपने आप ही जल चढ़ जाता है। यह नजारा देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इन लोगों की मान्यता है कि हमें 1108 बार अभिषेक का फल एक ही बार मिल जाता है।


इस शिवलिंग के सामने नंदी व पास में मां पार्वती की प्रतिमा भी स्थापित है। इसीलिए यह अपने आप में विलक्षण है। शिवलिंग दर्शन एवं पूजा करने भोपाल सहित दूरदराज से बड़ी संख्या में शिव भक्त आते है। ग्रामीण बताते है कि इस शिवलिंग में 1108 छोटे-छोटे शिवलिंग के होने से यहां एक साथ 1108 शिवलिंग की पूजा करने का फल प्राप्त होता है, जिसका अपना ही अलग महत्व है।

 

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महाशिवरात्रि पर होते हैं आयोजन
महाशिवरात्रि के मौके पर यहां भगवान शंकर के लिए विशेष हवन पूजन और अभिषेक के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन होता है। इस कार्यक्रम में आशापुरी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसादी लेने पहुंचते हैं और भगवान के दर्शन कर प्रसादी पाते हैं। इस बार भी शिवरात्रि पर हवन-पूजन के साथ ही भंडारे के आयोजन की तैयारी शुरू हो गई है। आशापुरी निवासी अवध गौर बताते हैं कि ग्रामीणों की इस शिवलिंग में बड़ी आस्था है। जिसके चलते कोई भी शुभकाम करने से पहले ग्रामीण शिवलिंग की पूजा जरूर करते हैं। इसके अलावा यहां सालभर भक्तों की ओर श्रीरामचरित मानस के अखंड पाठ के साथ ही भजन-कीर्तन के कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं।

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कैसे पहुंचे यहां
यह स्थान रायसेन जिले के भोजपुर मंदिर से करीब 8 किलोमीटर दूर है। आशापुरी गांव में यह शिवलिंग है। दूसरी ओर, औबेदुल्लागंज से भोजपुर आने वाले मार्ग से भी यह 8 किलोमीटर दूर है। दोनों मार्गों से बस या निजी वाहनों से यहां पहुंच सकते हैं। आशापुरी में गांव से 300 मीटर की दूरी पर 9वीं से 12वीं सदी के बीच निर्मित प्रतिहारकालीन मंदिर समूह के अवशेष संरक्षित है। इसके अलावा गांव में ही पुरातत्व विभाग की ओर से प्राचीन प्रतिमाओं के लिए बनाए गए संग्रहालय में सालभर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।

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