मनुष्य को अपने कर्मो का ही मिलता है फल: पं. प्रदीप मिश्रा
श्री त्रिपुंड शिव महापुराण की कथा प्रारंभ, उमड़ी भक्तों की अपार श्रद्धा।
देश-प्रदेश सहित विदिशा, भोपाल, सागर, सीहोर जिले के श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे।
रायसेन
Updated: April 03, 2022 10:38:40 pm
रायसेन. शहर में रविवार से श्री शिवाय नमस्तुभ्यं के जयघोष के साथ दोपहर दो बजे श्री त्रिपुंड शिव महापुराण की कथा प्रारंभ हुई। सर्वप्रथम नवग्रह मंडल और व्यास गादी का पं. प्रदीप मिश्रा ने पूजन किया। इसके बाद कथा प्रारंभ की गई। कथा सुनने के लिए पंडाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा प्रारंभ करते हुए पं. मिश्रा ने सबसे पहले रायसेन नगर और क्षेत्रवासियों को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि यह आप सभी की सौभाग्य है कि मेरे शंकर की कथा यहां पर हो रही और आप सुनने के लिए भीषण गर्मी में डटे हुए हो। उन्होंने कथा को आगे विस्तार देते हुए कहा कि मानव जीवन में आए प्रत्येक व्यक्ति को अपने कर्मो का फल अवश्य भोगना पड़ता है। चाहे पूर्व जन्म के हों या फिर वर्तमान समय के। पहले तो पूर्व जन्म के बुरे कर्मो का ही लेखाजोखा पूरा होता है उसके बाद ही सदकर्माे का फल मिलता है।
शिव की भक्ति से संवर जाएगा जीवन
पं. मिश्रा ने कहा कि ईश्वर की भक्ति से मनुष्य का दुख कम हो जाता है। दुख आए, बीमारी आए तो कहीं मत जाना भगवान शिव के मंदिर जाकर एक कलश जल चढ़ा आना, भोले शंकर नैया पार लगा देंगे। इस दौरान उन्होंने धृतराष्ट्र के पूर्व जन्म के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। पं. मिश्रा ने कहा कि प्रशंसा करने वालों से सदैव दूर रहना चाहिए। क्योंकि इनकी प्रशंसा में ही भेद छुपा हुआ है। ऐसे व्यक्ति प्रशंसा कर वास्तविकता का बोध नहीं होने देते। उन्होंने युवाओं से विशेष रुप से कहा कि ताली, थाली और प्याली से दूर रहना तो भविष्य संवर जाएगा।
पं. मिश्रा ने कथा श्रवण करने आए श्रद्धालुओं से कहा कि शिव महापुराण की कथा मन से सुनकर उसे ह्दय में उतार लो। फिर भोले का चमत्कार दिखेगा, तीन महिने बाद फिर से आप कथा श्रवण करने पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपनी दुकान पर बैठकर जीवन भर अपने बच्चों और परिवार के लिए धन अर्जित कर सुविधाएं जुटाता है। मगर यहां कथा पंडाल में बैठकर सच्चे भाव से यदि कथा श्रवण करोगे तो स्वंय अपने लिए ही करोगे और मनुष्य का कल्याण हो जाएगा।
देश-प्रदेश से आए श्रद्धालु
कथा श्रवण करने एक दिन पहले शनिवार शाम को ही भक्तजन पंडाल में पहुंच गए और दूसरे दिन रविवार को सुबह से ही कथा स्थल पर डटे रहे।
परिवार सहित कानपुर से कथा श्रवण करने आए श्रद्धालु दीनदयाल ने बताया कि भगवान शिव की कथा का अद्भुत चमत्कार है। जबसे उन्होंने शिव महापुराण कथा सुनना प्रारंभ किया तब से निरंतर वे श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप करते हैं। प्रथम दिवस कथा सुनने रायसेन शहर सहित विदिशा, सीहोर, भोपाल और सागर, होशंगाबाद जिले से भी श्रद्धालु पहुंचे।
आईजी ने किया निरीक्षण
कथा प्रारंभ होने से पहले रविवार को सुबह ग्यारह बजे आईजी दीपिका सूरी ने कथा स्थल और तीनों मार्गाे पर बने पार्किगं पाइंट सहित शहर में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने एसपी विकास शाहवाल को आवश्यक निर्देश भी दिए। इस दौरान एएसपी अमृत मीणा, एसडीएम एलके खरे, एसडीओपी अदिति भावसार सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
एलईडी पर सुनते रहे कथा
कथा पंडाल के अलावा रायसेन शहर में नगर पालिका के सामने सहित अन्य स्थानों पर श्रद्धालुओं ने एलईडी रखकर आस्था चैनल के माध्यम से प्रसारित शिव महापुराण कथा का लाइव प्रसारण देखा। इस दौरान शहर में सामाजिक संगठनों ने प्रमुख मार्गों साबूदाना खिचड़ी का प्रसाद और पानी के पाऊच भी बांटे।

मनुष्य को अपने कर्मो का ही मिलता है फल: पं. प्रदीप मिश्रा
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