दुकानों के सामने से गोले नदारत
लॉकडाउन एवं उसके बाद अल्प समय के लिए मिली छूट में प्रशासन द्वारा दुकानों के सामने सोशल डिस्टेंस का पालन करवाने के लिए निर्धारित दूरी पर सफेद चूने के गोल घेरे बनवाए गए थे। लेकिन अब ये गोल घेरे शहर में कहीं पर नजर नहीं आ रहे। दुकानों पर ग्राहक बिना मास्क लगाए पहुंच रहे और खरीदारी के दौरान एक-दूसरे से सटकर ही खड़े होते हैं। वहीं दुकानदार भी ग्राहकी में व्यस्त रहकर नियमों का पालन कराना जरूरी नहीं समझते।
कोरोना संक्रमण काल में लॉकडाउन के दौरान जहां पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन निरंतर घूमकर माइक से एनाउंस करते थे। अब अनलॉक होने के बाद प्रशासन ने भी सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया है। अब मरीज मिलने के बाद प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सिर्फ उक्त क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित करने और हटाने की कार्रवाई तक सीमित होकर रह गए। जबकि कंटेनमेंट एरिया के समीप पुलिस जवान की तैनाती भी नहीं की जा रही। ऐसे में बेरिकेट्स लगाने का भी औचित्य नहीं रह रहा। क्योंकि लोग बेरोकटोक आवाजाही करते हैं।
-अभी हाट बाजार लगाने की अनुमति शासन से नहीं मिली। एनाउंस कराकर आमजन को इसकी जानकारी भी दी जा रही है। इसके बाद भी रविवार के दिन हाट बाजार वाले स्थल पर दुकानें लगाई जाती है, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
-अजय पटेल, तहसीलदार रायसेन।