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बेअसर साबित हुआ बाजार बंद का फ रमान, खुली रहीं दुकानें

locationरायसेनPublished: Sep 23, 2019 12:26:16 am

एक सप्ताह पूर्व नगर में मुनादी कराकर व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने को कहा गया था

Market shutdown proved to be ineffective, shops open

Garhatganj Enforcing the rule of labor law in the bazaar of the city, the administration issued orders from all traders to close their establishments every Sunday. A week ago, traders were asked to close their establishments by making a munadi in the city. But this order of the local administration proved to be dwarf in front of the traders and closed the market as a flop show.

गैरतगंज. Garhatganj नगर के बाजार में श्रम कानून का नियम लागू करते हुए प्रशासन ने प्रत्येक रविवार Sunday को सभी व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने के आदेश जारी किए थे। एक सप्ताह पूर्व नगर में मुनादी कराकर व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद करने को कहा गया था। किन्तु स्थानीय प्रशासन का यह आदेश व्यापारियों के आगे बौना साबित हुआ और बाजार बंद केवल एक फ्लॉप शो बनकर रह गया। इस आदेश का असर असमंजस की स्थिति में विगत रविवार को भी देखने को मिला जब आधे से ज्यादा दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे थे।
वहीं इस आदेश से असंतुष्ट व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान खोलकर अपना विरोध जताया था। मगर इस रविवार नगर का आधा बाजार खुला रहा और विगत रविवार की अपेक्षा इस रविवार बाजार बंद को लेकर कोई खास स्थिति नगर में देखने को नहीं मिली।
आवश्यक है बाजार बंद: एसडीएम
गैरतगंज एसडीएम प्रियंका मिमरोट का कहना है कि श्रम कानून के अन्तर्गत सप्ताह में एक दिन बाजार बंद रहना आवश्यक है। स्थानीय व्यापारी संघ के साथ बैठक कर ही बाजार बंद का निर्णय लिया गया था। यदि नगर के व्यापारी इस आदेश से संतुष्ट नहीं हैं तो एक बार पुन: बैठक कर बाजार बंद के आदेश पर पुनर्विचार किया जाएगा।
छोटे व्यापारियों पर ऐसे निर्णय कुठाराघात
बाजार बंद के आदेश से असंतुष्ट व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन समूह विशेष की सहमति से कोई निर्णय न ले, सभी स्थानीय व्यापारियों से रायशुमारी के बाद ही इस संबंध में कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। बाजार बंद का यह आदेश छोटे व्यापारियों पर कुठाराघात है। उनके हितों के खिलाफ है, इस तरह अव्यवहारिक बाजार बंद जैसा कोई भी आदेश छोटे व्यापारियों पर नहीं थोपना चाहिए। प्रशासन द्वारा जारी साप्ताहिक बाजार बंद के आदेश के बाद स्थानीय बाजार में कोई खासा बंद देखने को नहीं मिल रहा है।
विगत रविवार की अपेक्षा इस रविवार शहर के और अधिक प्रतिष्ठान खुले रहे। शहर में लम्बे समय से चल रहे साप्ताहिक बाजार बंद के मुद्दे पर एक बार फि र असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही है। वहीं कई व्यापारी भी स्पष्ट स्थिति न होने के चलते परेशान हैं तो आमजन भी भ्रमित अवस्था में है। अब देखने बाली बात यह है कि एक बार फि र पनपे बाजार बंद के इस मुद्दे पर स्थानीय प्रशासन, व्यापारी संघ एवं स्थानीय व्यापारी क्या निर्णय लेते हैं।
व्यापारी इस निर्णय से सहमत: माहेश्वरी
व्यापारी संघ के अध्यक्ष राम माहेश्वरी ने विगत सप्ताह बाजार बंद के समर्थन में कहा था कि प्रशासन ने इस संबंध में व्यापारी संघ की राय मांगी थी। व्यापारी संघ प्रशासन के इस निर्णय से सहमत हैं और प्रशासन नियमों का पालन कराने के लिए स्वतंत्र है। यदि कोई व्यापारी नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही भी की जानी चाहिए।

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