गैरतगंज एसडीएम प्रियंका मिमरोट का कहना है कि श्रम कानून के अन्तर्गत सप्ताह में एक दिन बाजार बंद रहना आवश्यक है। स्थानीय व्यापारी संघ के साथ बैठक कर ही बाजार बंद का निर्णय लिया गया था। यदि नगर के व्यापारी इस आदेश से संतुष्ट नहीं हैं तो एक बार पुन: बैठक कर बाजार बंद के आदेश पर पुनर्विचार किया जाएगा।
बाजार बंद के आदेश से असंतुष्ट व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन समूह विशेष की सहमति से कोई निर्णय न ले, सभी स्थानीय व्यापारियों से रायशुमारी के बाद ही इस संबंध में कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। बाजार बंद का यह आदेश छोटे व्यापारियों पर कुठाराघात है। उनके हितों के खिलाफ है, इस तरह अव्यवहारिक बाजार बंद जैसा कोई भी आदेश छोटे व्यापारियों पर नहीं थोपना चाहिए। प्रशासन द्वारा जारी साप्ताहिक बाजार बंद के आदेश के बाद स्थानीय बाजार में कोई खासा बंद देखने को नहीं मिल रहा है।
व्यापारी संघ के अध्यक्ष राम माहेश्वरी ने विगत सप्ताह बाजार बंद के समर्थन में कहा था कि प्रशासन ने इस संबंध में व्यापारी संघ की राय मांगी थी। व्यापारी संघ प्रशासन के इस निर्णय से सहमत हैं और प्रशासन नियमों का पालन कराने के लिए स्वतंत्र है। यदि कोई व्यापारी नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही भी की जानी चाहिए।