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फेंसिंग में फैले करंट ने ली जान

locationरायसेनPublished: Jun 30, 2018 08:53:24 am

थाना कोतवाली के तहत ग्राम नेबली में शुक्रवार को सुबह मां-बेटी की करंट की चपेट में आने से दुखद मौत हो गई।

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रायसेन. बिजली हमारी आम जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अंग है। ये जितनी सुविधाजनक तो है, पर जरा सी लापरवाही पर पल भर में जान भी ले लेती है। ये लगभग सभी जानते हैं, फिर भी मानसून के सीजन में भी कभी बिजली कंपनी के कर्मचारी लापरवाही करते हैं, तो कभी आमजन। मगर नतीजा बेवजह किसी की जान चली जाती है। ऐसा ही हादसा थाना कोतवाली के तहत ग्राम नेबली में हुआ। यहां शुक्रवार को सुबह मां-बेटी की करंट की चपेट में आने से दुखद मौत हो गई।
गांव में खदान रोड पर घर के सामने एक खेत के ट््यूबवेल पर पानी भरने के लिए गई 48 वर्षीय ग्यारसी बाई सोलंकी पास ही लगी फेंसिंग में दौड़ रहे बिजली करंट की चपेट में आ गई। इसी बीच दूर आंगन में खड़ी बेटी के कानों तक मां की चीख पहुंची तो वह दौड़कर उसे बचाने के लिए पहुंची। मगर मां को बचाने के चक्कर में बेटी मालती बाई चौहान (35) पत्नी विनय सिंह बैरागी भी करंट की चपेट में आ गई और कुछ ही देर में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्यारसी बाई पत्नी पूरनसिंह बैरागी निवासी राधाटोला बनगवां अपनी बेटी की बीमारी में उसकी देखभाल करने उसके घर आई थी।
मगर वह जिस बेटी की देखभाल करने आई थी, वह बेटी भी मां के साथ हादसे का शिकार होकर काल के गाल में समा गई।
मां और बेटी दोनों को इस तरह लगा करंट
परिजनों के अनुसार ग्यारसी बाई पानी के लिए पास ही स्थित ट्यूबवेल पर गई थी। ट्यूबवेल के पास ही लगी फेंसिंग के ऊपर से बिजली का तार निकला हुआ था, जो फेंसिंग से छू रहा था। इसी के जरिए पूरी फेंसिंग में करंट दौड़ रहा था। इसी बीच ट्यूबवेल के पास पहुंचते ही ग्यारसीबाई का पैर फेंसिंग से लगा और वह करंट की चपेट में आ गई।
उसके मुंह से चीख निकली जिसे सुनकर मालतीबाई, मां को बचाने दौड़ी। मौके पर पहुंचकर मालतीबाई ने जैसे ही मां को पकड़ा, वह भी करंट की चपेट में आ गई। कुछ देर में ही मां-बेटी की मौके पर ही मौत हो गई।
बढ़ रही हैं करंट की घटनाएं
बारिश शुरू होने के बाद से जिले में करंट लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। बीते एक पखवाड़े में यह छठवीं घटना थी। बारिश में जमीन गीली होने से अर्थिंग का काम करती है। ऐसे में बिजली तारों के संपर्क में आने से तेज करंट लगता है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं अधिक होती हैं।
जहां बिजली के तार लापरवाही पूर्वक लगाए जाते हैं। खेतों में मोटरें चलाने वाले किसान अधिक लापरवाही बरतते हैं, जिससे लोग करंट की चपेट में आ रहे हैं।
बेसुध हो गया बेटा
मृतका मालती बाई बैरागी का बड़ा बेटा घनश्याम मजदूरी करने गया था। जब उसे मां और नानी को करंट लगने की खबर मिली तो तत्काल घर पहुंचा। जहां मां और नानी के शव देखकर वह खुद ही बेहोश होकर आंगन में गिर गया। परिजनों और ग्रामीणों ने बेहोशी की हालत में ही उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
बीमार रहता है पति
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक मृतका मालती बाई का पति विनय सिंह बैरागी को मिर्गी आने की वजह से बीमार रहता है। उनका बड़ा बेटा घनश्याम, छोटा बेटा कन्हैया बैरागी मजदूरी कर परिवार का खर्च चला रहे हैं। मृतका मालती बाई के दो पुत्र घनश्याम, कन्हैया हैं। दो बेटियां हैं, बड़ी बेटी संजू का विवाह हो गया है, जबकि छोटी बेटी रानी है।

समाज में मातम का माहौल
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली टीआई आलोक कुमार श्रीवास्तव, सब इंस्पेक्टर एसएन तिवारी, बल सहित मौके पर पहुंचे। शवों का पंचनामा बनाने के बाद पीएम के जिला जिला अस्पताल भिजवाया। यहां शवों का पीएम कराए जाने के बाद परिजनों को सौंप दिए। टीआई आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि शवों का पीएम कराया गया है। प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। इस घटना के बाद से ही नेबली गांव में बैरागी समाज के परिवारों में मातम का माहौल है। बड़ी संख्या में परिजन अस्पताल पहुंच गए थे। जहां कोहराम मचा रहा। शाम को दोनों मां-बेटी का अंतिम संस्कार किया गया।
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