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खेतों में रखी मूंग की फ सल बारिश से हो रही खराब, किसानों की चिंता बढ़ी

locationरायसेनPublished: Jun 26, 2020 12:09:35 am

ऐसे में परेशान किसानों को अपनी लागत और फसल बचाने की चिंता सता रही है

खेतों में रखी मूंग की फ सल बारिश से हो रही खराब, किसानों की चिंता बढ़ी

खेतों में रखी मूंग की फ सल बारिश से हो रही खराब, किसानों की चिंता बढ़ी

थालादिघावन. क्षेत्र में मानसून की सक्रियता से लगातार हो रही बारिश ने किसान को उलझन में डाल दिया है। हजारों एकड़ में खड़ी मूंग की फ सल बरिश की वजह से खराब हो रही है। जिन किसानों ने फ सल की कटाई कर ली, लेकिन खेतों से नहीं उठा पाएं, उनकी फसल बारिश में भीगकर खराब हो रही है। ऐसे में परेशान किसानों को अपनी लागत और फसल बचाने की चिंता सता रही है।
थालादिघावन, कैकड़ा, बम्हौरी, रिछावर, पतई, नयाखेड़ा, रम्पुरा आदि जगह के किसानों ने बताया कि मानसून की सक्रियता को देखते हुए किसानों ने किसी तरह से मूंग की फ सल को काटकर घर के अंदर तो रख लिया है। मगर एक सप्ताह से धूप नहीं मिलने से घर के अंदर रखी फसल की फ लियां काली पड़कर खराब हो रही है।
लॉकडाउन में हार्वेस्टर नहीं मिलने से पिछड़े किसान
किसान राधेलाल, कमलेश, नीरज, सुरेश, दीपक कुमार ने बताया कि क्षेत्र में गेहूं की फ सल की बोवनी 15 दिन लेट हो गई। लॉकडाउन की वजह से हार्वेस्टर नहीं मिलने से फ सल कटाई में देरी हुई, जिसके कारण किसान बोवनी करने में पिछड़ गए। किसानों ने बताया कि मौसम को देखते हुए मूंग की फसल पर दवाई की भी अधिक मार दी है। मगर खेतों में कटी रखी फसल की फलियां लगातार पानी मिलने से अंकुरित होने लेगी है।
मूंग फ सल की नहीं हो रही थ्रेसिंग
मंूग की फसल खेतों में कटी पड़ी है। क्षेत्र के कई गांवों में बारिश के कारण किसान के वाहन खेतों में नहीं पहुंच पा रहे, जिससे फ सल नहीं निकाल पा रहे हैं। बारिश होने से फ सल में नमी अधिक हो गई है। इस कारण फ सल की थ्रेसिंग नहीं करा सके। बारिश ने फ सल निकालने का मौका नहीं दिया। इस बार प्री-मानसून की बारिश जल्द होने से यह स्थिति बनी है। किसानों ने बताया कि फसल को धूप में सुखाना पड़ेगा। मगर बारिश होने से दिक्कत बढ़ गई है। दिन में जब भी समय मिलता है, फ सल को सुखाना पड़ रहा है।
भाव में कमी, नहीं निकल रही लागत
क्षेत्र में किसानों ने बड़ी मात्रा में ग्रीष्मकालीन मूंग की बोवनी की है, लेकिन बारिश के कारण किसान परेशान हो रहा है। किसी तरह किसान मूंग कटाई करके मूंग को निकाल रहा है, तो दामों में दिनों-दिन गिरावट आने से किसानों को मूंग की लागत निकलना मुश्किल हो रहा है। कृषि उपज मंडी में एक जून से मूंग की आवक प्रारंभ हुई तब छह हजार से 6500 तक दाम रहे। लेकिन जैसे-जैसे मूंग की आवक बढ़ती जा गई, दाम आधे हो गए हैं।
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