शहर की ईशा यादव को ब्रेन में समस्या होने के कारण ऑपरेशन के लिए 11 लाख रुपए खर्च आ रहा हैं। परिजनों के लिए ईशा की दोस्त चंदा जुटाकर मदद की कोशिश कर रही हैं लेकिन वो नाकाफी है। जनसहयोग से आया पैसा अब खर्च हो चुका। इलाज के लिए अब सरकार से उम्मीद है।
वार्ड-2 औबेदुल्लागंज में रहने वाले शरद यादव की तीन बेटियां हैं, जिसमें से 13 साल की ईशा ब्रेन की समस्या से पीडि़त है। किराए के मकान में रहने वाले शरद महावीर कॉलोनी स्थित नर्सरी में अस्थाई कर्मचारी हैं।
आर्थिक रूप से कमजोर शरद यादव ने बताया कि 16 मार्च को ईशा को नागपुर में भर्ती कराया था लेकिन ऑपरेशन के पैसे नहीं होने के कारण एक महीना गुजर गया। नागपुर के डॉक्टरों ने इलाज करने से मना किया। इसलिए शुक्रवार को ईशा को अहमदाबाद के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। जनसहयोग से एकत्रित डेढ़ लाख रुपए खर्च हो चुके है। करीब पंद्रह दिन पहले मुख्यमंत्री राहत कोष से डेढ़ लाख रुपए नागपुर अस्पताल ट्रांसफर किए थे।
शरद का कहना है कि अब अहमदाबाद आने के बाद नागपुर के डॉक्टरों का कहना है कि यह डेढ़ लाख वापस मुख्यमंत्री कोष में भेजे जाएंगे, क्योंकि ऑपरेशन हुआ नहीं है। वहीं विधायक निधि से एक लाख रुपए की राहत राशि मिली है।