ज्ञापन में बताया कि जिस स्थान पर दुकान खोली जा रही उसके समीप सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल, सेंट्रल आइटीआइ कॉलेज एवं सरस्वती विद्या मंदिर जाने का रास्ता और त्रिवेणी मंदिर एवं आश्रम है। यहीं से शासकीय महाविद्यालय जाने का भी मुख्य मार्ग है। ऐसे में शराब दुकान खोली जाना बेहद संवेदनशील है। यदि जहां पर शराब की दुकान खोली जाती है तो उसके दुष्परिणाम सामने आएंगे। क्योंकि इसके आसपास संभ्रात लोगों का रहवासी क्षेत्र है। ज्ञापन के दौरान ही वहां पर मौजूद शराब ठेकेदार के प्रतिनिधि को चेतावनी दी गई है कि यदि उक्त स्थान पर दुकान खोली गई तो स्थिति बिगड़ सकती है। ज्ञापन की प्रति कलेक्टर, क्षेत्रीय विधायक एवं प्रभारी मंत्री को भी भेजी गई है।
गांव के अंदर नहीं खुलने देंगे शराब की दुकान
दीवानगंज. सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में ग्रामीण भी मैदान में उतरने लगे है। शुक्रवार को ग्राम पंचायत की बैठक में भी शराब ठेकेदार के मैनेजर को बुलाकर दीवानगंज गांव के अंदर दुकान ना खोलें की हिदायत दी गई। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि गांव के अंदर रहवासी इलाके में शराब की दुकान नहीं खोलने दी जाएगी। दुकान के सामने ग्रामीण धरना देंगे। पंचायत के सभी प्रतिनिधि और ग्रामीणों ने जहां पर नई दुकान खुल रही थी, वहां पर जाकर लगे हुए बैनर को उतार दिया।
ग्रामीणों ने कहा कि उनके विरोध के बावजूद दीवानगंज गांव में शराब की दुकान खोल दी गई। शराब की दुकान जल्द बंद करने की मांग की है। इस मौके उप सरपंच मुकेश नायक ने कहा कि गांव के रिहायशी इलाकों में शराब की दुकान किसी भी स्थिति में नहीं खुलने दी जाएगी। जहां पर दुकान खुल रही है वहां पर 50 साल से हाट बाजार लग रहा है। दुकान के सामने ही उचित मूल्य की दुकान और सोसाइटी है। इसको लेकर कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद भी यदि हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को शिकायत करेंगे। फिर भी हमारे गांव में शराब की दुकान खोली गई तो हम सब ग्रामवासी मिलकर धरने पर बैठेंगे।