पहले मिला सम्मान, अब होगी वसूली
रायसेनPublished: Jan 17, 2022 10:09:01 pm
अपात्र किसानों से वापस मांगी जा रही किसान सम्मान निधि की राशि।शिक्षक, सचिव ने स्वंय को किसान बताकर ली राशि।अधिकारी बोले लौटानी पड़ेगी, नहीं तो दर्ज होगी एफआईआर।
पहले मिला सम्मान, अब होगी वसूली
रायसेन. तहसील देवरी के थालादिघावन क्षेत्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे देवरी क्षेत्र में करीब 100 किसानों को सम्मान निधि की राशि वापस लौटाने के के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिन किसानों से राशि वसूल की जाएगी उनमें शिक्षक और सचिव भी शामिल हैं। उन्होंने सरकारी नौकरी में होने के बावजूद सम्मान निधि लेने के लिए पंजीयन करा लिया था। तहसीलदार का कहना है कि कुछ लोगों ने सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए भरे गए प्रोफार्मा में गलत जानकारी दी। बड़ी बात यह है कि किसानों ने गलत जानकारी दी तो शासन-प्रशासन ने भी इनका सत्यापन किए बिना सीधे ही इन्हें योजना से जोड़ दिया। तहसीलदार के अनुसार यदि किसान मिली हुई राशि वापस नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ धोखाधड़ी की एफ आईआर भी दर्ज हो सकती है।
सत्यापन में पकड़ी गड़बड़ी दिए नोटिस
तीन वर्ष बाद शासन द्वारा जब योजना का लाभ ले रहे परिवारों का सत्यापन करवाया गया तो उसमें ऐसे कई किसान मिले। जिनके परिवार में पति-पत्नी दोनों लोग योजना का अलग-अलग लाभ ले रहे थे। योजना की शर्त के अनुसार किसान परिवार का एक व्यक्ति ही पात्र है, इसलिए ऐसे लोग अपात्र माने गए। गौरतलब हो कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना में कई अपात्र
लोग पटवारियों की मिली भगत से खातों को अलग-अलग करवाकर लाभ उठा रहे हैं।
पति-पत्नी दोनों नहीं ले सकते लाभ
एक दिसंबर 2018 से लागू हुई पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसान परिवार को प्रति वर्ष छह हजार रुपए दिए जा रहे हैं। योजना के लिए परिवार की परिभाषा पति-पत्नी और नाबालिक बच्चे हैं।
इनका कहना
संबंधित हल्का पटवारियों के माध्यम से किसानों को सूचना दी जा रही और अब वसूली गई राशि भी जमा होने लगी है। जो किसान राशि जमा नहीं करेगा उनके विरुद्ध शासन को गलत जानकारी देने के आरोप में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराएंगे।
छोटेलाल गिरी गोस्वामी, तहसीलदार देवरी।