१२ हजार बांस के पौधे लगाए गए थे
बेगमगंज नगर से दो किमी दूर ग्राम सागौनी की पहाड़ी पर वन विभाग द्वारा विगत वर्ष बीस हेक्टेयर वन भूमि में प्लानटेशन तैयार कर लगभग बारह हजार बांस के पौधे लगाए गए थे। पिछले सप्ताह प्लानटेशन में आग लगने से पौधे नष्ट हो गए। कुछ पौधे पहले ही देखरेख के अभाव में नष्ट हो गए, जबकि प्लानटेशन की रखवाली के लिए चौकीदार भी तैनात किए जाते हैं। वन विभाग का जमीनी अमला नाकेदार, डिप्टी रेंजर अब जंगली क्षेत्र की बीटों पर निवास नहीं करने से हरे-भरे जंगल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गए हंै। साथ ही सड़क निर्माण कंपनियों द्वारा भी बड़े पैमाने पर वन भूमि पर अवैध उत्खनन का कार्य खुलेआम चल रहा है, क्योंकि वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बस चौकीदारों के माध्यम से ही वनों की घर बैठे रखवाली करते दिखाई देते हैं।
बेगमगंज नगर से दो किमी दूर ग्राम सागौनी की पहाड़ी पर वन विभाग द्वारा विगत वर्ष बीस हेक्टेयर वन भूमि में प्लानटेशन तैयार कर लगभग बारह हजार बांस के पौधे लगाए गए थे। पिछले सप्ताह प्लानटेशन में आग लगने से पौधे नष्ट हो गए। कुछ पौधे पहले ही देखरेख के अभाव में नष्ट हो गए, जबकि प्लानटेशन की रखवाली के लिए चौकीदार भी तैनात किए जाते हैं। वन विभाग का जमीनी अमला नाकेदार, डिप्टी रेंजर अब जंगली क्षेत्र की बीटों पर निवास नहीं करने से हरे-भरे जंगल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गए हंै। साथ ही सड़क निर्माण कंपनियों द्वारा भी बड़े पैमाने पर वन भूमि पर अवैध उत्खनन का कार्य खुलेआम चल रहा है, क्योंकि वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बस चौकीदारों के माध्यम से ही वनों की घर बैठे रखवाली करते दिखाई देते हैं।
प्लानटेशन में आग की जानकारी मुझे लगी थी, कोई नुकसान नहीं हुआ है। बांस के पौधे लम्बे समय बाद ही दिखाई देते हैं। कुछ प्रतिशत पौधे नष्ट होते हैं, जिन्हें बारिश के समय में फिर से लगाया जाता है। प्लानटेशन की देखरेख विभाग द्वारा की जाती है।
-जितेन्द्र सिंह तोमर, रेंजर वन परिक्षेत्र बेगमगंज
-जितेन्द्र सिंह तोमर, रेंजर वन परिक्षेत्र बेगमगंज