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किस्तों में अटके प्रधानमंत्री आवास बारिश में ही बेघर हो गए हितग्राही

locationरायसेनPublished: Jun 29, 2020 11:47:40 pm

ऐसे 841 हितग्राही परेशान हैं, जिन्हें दूसरी किश्त का इंतजार है

किस्तों में अटके प्रधानमंत्री आवास बारिश में ही बेघर हो गए हितग्राही

किस्तों में अटके प्रधानमंत्री आवास बारिश में ही बेघर हो गए हितग्राही

रायसेन. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का घर बनाने की उम्मीद में झोपड़ी तोड़कर अब बारिश में बेघर हुए लोग नगर पालिका के चक्कर काट रहे हैं। पहली किश्त छह माह पूर्व मिलने के बाद दूसरी किस्त अभी तक नहीं मिली है, जिससे लोगों के मकान पूरे नहीं बन पाए हैं और बारिश शुरू हो गई है। अब ऐसे हितग्राही दूसरों के घरों में शरण लेने या किराए पर मकान लेने को मजबूर हैं। ऐसे 841 हितग्राही परेशान हैं, जिन्हें दूसरी किश्त का इंतजार है।
एक साल पहले हुआ था 841 का चयन
एक साल पहले नगर पालिका क्षेत्र के ८४१ हितग्राहियों का प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयन किया गया था, जिनको छह माह पहले पहली किस्त के रूप में एक-एक लाख रुपए मिले थे। जिससे इन लोगों ने अपने कच्चे मकान तोड़कर नए मकान का निर्माण शुरू किया था।
दीवार तक निर्माण कर छत डालने के लिए ये हितग्राही नगर पालिका के चक्कर लगा रहे हैं, जबकि नगर पालिका सभी हितग्राहियों को एक साथ राशि देने की बात कह रही है।
इस साल किया 633 हितग्राहियों का चयन
नगर पालिका से मिली जानकारी के अनुसार इस साल 633 हितग्राहियों का चयन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किया गया है, जिसके लिए 1657 लोगों ने आवेदन दिए थे। जांच के बाद 760 हितग्राही पात्र पाए गए। इनमें से 501 हितग्राहियों को पहली किश्त दे दी गई है, जबकि 132 हितग्राहियों को किस्त देना बाकी है।
बाजार खुलते ही पड़ी महंगाई की मार
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण तीन माह तक कारोबार बंद रहे। अनलॉक होने पर बाजार खुलते ही महंगाई की मार पड़ी है। अब भवन निर्माण से संबंधित हर सामग्री के दाम आसमान छू रहे हैं। रेत के दाम पहले जहां २० हजार रुपए ट्रक थे तो अब ३५ हजार रुपए ट्रक हो गए हैं। लोहा के दाम भी दो सौ से चार सौ रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गए हैं। इसी तरह सीमेंट की बोरी के दाम भी 30 से 40 रुपए प्रति बोरी बढ़ गए हैं।
ऐसे में आवास योजना के तहत गरीबों को मकान बनाना और भी मुश्किल हो गया है। सरकार से मिल रही ढाई लाख की मदद मकान बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसमें ढाई लाख हितग्राही को मिलना है, लेकिन लॉकडाउन में काम धंधे बंद होने से गरीब हितगाही अपना जमा पूंजी भी खर्च कर चुके हैं।
नगर पालिका कर रही दस्तावेज एकत्र
नगर पालिका हितग्राहियों के दस्तावेज एकत्र कर रही है। इंजीनियर पीके साहू ने बताया कि सभी हितग्राहियों को एक साथ दूसरी किश्त देने की योजना है। इससे पहले सभी हितग्राहियों के दूसरी किश्त के आवेदन और मकान निर्माण की वर्तमान स्थिति के फोटो आदि एकत्र किए जा रहे हैं। इसके बाद ही दूसरी किश्त दी जाएगी।
& मेरे मकान की किस्त नहीं मिलने से काम अधूरा पड़ा है। दीवारें खड़ी हैं। छत डालने के लिए पैसे नहीं मिले हैं। बारिश शुरू हो गई है। ऐसे में परिवार सहित रहने के लिए कोई जगह नहीं है। यह बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
– प्रहलाद सिंह, हितग्राही वार्ड चार
– पहली किस्त के बाद राशि नहीं मिली है। मकान अधूरा है। लॉकडाउन के कारण काम धंधे बंद होने से अपने पास के पैसे भी खर्च हो गए हैं। अब सीमेंट, रेत भी बहुत महंगे हो गए हैं। जब तक दूसरी किश्त नहीं मिलेगी तब तक आगे काम नहीं हो पाएगा।
-लक्ष्मण सिंह मालवीय,
हितग्राही वार्ड चार
& सभी हितग्राहियों को एक साथ दूसरी कि स्त देने की योजना है। सभी के दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। जल्द ही राशि उनके खातों में दी जाएगी। इस साल चयनित ५०१ हितग्राहियों को कुछ दिन पहले ही पहली किस्त दी गई है।
-पीके साहू, इंजीनियर नगर पालिका रायसेन

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