आग लगने पर कैसे करें बचाव
रायसेन. ग्राम जमुनिया के शासकीय स्कूल में वेलस्पन कार्प लिमिटेड द्वारा दुर्घटनावश आग लगने पर किए जाने वाले बचाव के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें शिक्षकों, ग्रामीण तथा स्कूली छात्र-छात्राओं को आग लगने के कारण जानमाल की हानि को रोकने और अपने साथ अन्य लोगों को सुरक्षित रखने के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि आग लगने के लिए तीन कारक ईंधन, हवा एवं गर्मी हैं। आग बुझाने के लिए मुख्य तौर पर बाजार में तीन प्रकार के अग्नि शामक यंत्र उपलब्ध है। तेल, गैस और बिजली से लगने वाली आग को बुझाने के लिए फैन अग्नि शामक, गैस अग्नि शामक एवं शुष्क केमिकल पाउडर वाले अग्नि शामक उपयोग में लाए जाते हैं। अग्नि शामक यंत्रों की प्रत्येक दो वर्ष पर जांच करना चाहिए। एलपीजी गैस सिलेंडर की एक्सपायरी अवधि को एक विशेष कोड द्वारा लिखा जाता है। जैसे ए-21, वर्ष का प्रथम त्रैमास, बी-21, वर्ष का द्वितीय त्रैमास, सी-21, वर्ष का तृतीय त्रैमास तथा डी-21, वर्ष का अंतिम त्रैमास। इस अवधि के बाद के सिलेंडर को वापिस कर देना चाहिए। कंपनी की ओर से सुरक्षा दल के सदस्यों की देखरेख में 50 से अधिक स्कूली बच्चों को जागरूक किया गया। इस प्रशिक्षण में शिक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।
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