गेहूं के निर्यात पर रोक का विरोध, दो दिन बंद रहेगी मंडी।
रायसेनPublished: May 16, 2022 08:31:47 pm
बाहर भेजकर कमाई की उम्मीद में खरीद लिया गेहूं, अब सरकार ने लगा दी रोक
गेहूं के निर्यात पर रोक का विरोध, दो दिन बंद रहेगी मंडी।
रायसेन. केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर अचानक रोक लगाने से गल्ला व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। सरकार के इस निर्णय का विरोध करते हुए दो दिन 17 और 18 मई को मंडी बंद रख विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। व्यापारियों का कहना है कि सरकार के इस निर्णय से उन्हे खासा नुकसान होगा। गल्ला व्यापारी मिथलेश सोनी ने बताया कि मध्य प्रदेश अनाज संघ के आव्हान पर दो दिन मंडी बंद रख सरकार के निर्णय का विरोध करेंगे और सचिव को ज्ञापन देंगे। पहले ही शनिवार, रविवार को साप्ताहिक अवकाश के अलावा सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवकाश के चलते मंडी बंद रही। अब दो दिन बंद रहने से किसान अपनी उपज नहीं बेच पाएंगे।
अच्छे दाम में खरीदा है गेहूं
इस साल अनाज व्यापारियों ने पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर गेहूं की खरीदी की है, ताकि गेहूं को विदेश भेजकर अच्छा मुनाफा कमा सकें। लेकिन सरकार ने अचानक गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं। जिनमें कहा है कि जिस देश को गेहूं की जरूरत है वह भारत सरकार से अनुमति ले, सरकार की निगरानी में ही गेहूं का निर्यात होगा। इससे अपना गेहूं सीधे विदेश भेजने वाले व्यापारियों के हाथ बंध गए हैं। मोटे मुनाफा की उम्मीद में इस बार गेहूं की बंपर खरीदी की है। बाहर नहीं भेज पाने से देश में गेहूं का स्टॉक बढ़ेगा जिससे दाम कम होंगे। ज्यादा दिन तक स्टॉक नहीं कर पाने की स्थिति में व्यापारियों को गेहूं बेचना पड़ेगा, जिसके दाम कम मिलेंगे, यह डर व्यापारियों को सता रहा है।
जिले में हुई जमकर खरीदी
रायसेन जिले में ही व्यापारियों ने इस साल गेहूं की जमकर खरीदी की है। समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर हुई लगभग 43 हजार मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी से दो गुना खरीदी मंडियों में की गई है। मंडियों में 1544 जैसी अच्छी क्वालिटी के गेहूं की खरीदी की गई है, जिसकी मांग विदेशों में होती है।
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