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भोपाल का माफिया रायसेन में बना रहा था इंट

locationरायसेनPublished: Jan 21, 2021 09:06:33 pm

Submitted by:

praveen shrivastava

माइनिंग, राजस्व और वन विभाग की टीम ने की कार्रवाई। पत्रिका ने उठाया था मामला।

भोपाल का माफिया रायसेन में बना रहा था इंट

भोपाल का माफिया रायसेन में बना रहा था इंट

रायसेन/दीवानगंज. जिले के जंगलों में सीमा से लगे गांवों में भोपाल सहित आस-पास के अन्य जिलों के लकड़ी, उत्खनन माफिया सक्रिय हैं। जो बड़े पैमाने पर जिले से अवैधन उत्खनन कर खनिज ले जा रहे हैं, वहीं पेड़ काटकर लकड़ी की तस्करी कर रहे हैं। इतना ही नहीं वन्य जीवों का शिकार भी किया जा रहा है। जिले के दीवानगंज क्षेत्र के गीदगढ़ में मंदिर की जमीन पर कब्जा कर जंगल में ईंट भट्टे लगाकर कारोबार कर रहे भोपाल के माफिया संतोष ठाकुर ने न केवल जमकर अवैध उत्खनन किया बल्कि जंगल भी काटा। जमीन के सीमा विवाद का लाभ उठाकर उक्त व्यक्ति लंबे समय से ग्रामीणों को डरा धमकाकरण यह काम कर रहा था। पत्रिका ने 24 दिसंबर को यह मामला उठाया था। जिसपर जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। बुधवार 20 जनवरी को फिर इसकी खबर प्राथमिकता से प्रकाशित की। जिस पर गुरुवार को राजस्व, माइनिंग और वन अमले ने पहुंचकर कार्रवाई की। जिसमें भोपाल से राजस्व विभाग की टीम भी शामिल थी। टीम ने मौके से दो भट्टों से दो लाख से अधिक ईंट, एक मिनी ट्रक जब्त कर प्रकरण दर्ज किया है।
इससे पहले जमीन की सीमा को चिन्हित किया गया। भोपाल और रायसेन के राजस्व अमले ने सीमांकन किया, जिसमें ईंट भट्टे रायसेन जिले की सीमा में पाए गए। इसके बाद कार्रवाई की गई। ग्रामीण लंबे समय से अवैध उत्खनन और ईंट भट्टे लगाने की शिकायतें कर रहे थे। 22 दिसंबर को कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया था।
वन अमले ने नहीं की कार्रवाई
मौके पर मौजूद वन अमले ने गुरुवार को कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि ईंट भट्टों में जलाने के लिए बड़ी संख्या में पेड़ भी काटे गए हैं। जिनसे निकली इमारती लकड़ी बेची गई है। उत्खनन के कारण भी कई पेड़ गिर गए हैं। डिप्टी रेंजर सेवाराम अहिरवार का कहना है कि अभी माइनिंग विभाग ने कार्रवाई की है। हम बाद में कार्रवाई करेंगे।
सीमाओं पर सक्रिय हैं माफिया
जिले की सीमाएं चार बड़े जिलों से मिलती हैं। भोपाल से लगी सीमा के जंगलों में भोपाल के शिकारी सक्रिय रहते हैं। चिकलोद क्षेत्र में वन्य जीवों के शिकार के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह दीवानगंज क्षेत्र में शिकारियों के साथ खनिज माफिया सक्रिय है। नर्मदा क्षेत्र में होशंगाबाद और नरसिंहपुर जिलों के लोग नर्मदा रेत का उत्खनन कर परिवहन कर रहे हैं। वहीं बेगमगंज, गैरतगंज और सिलवानी क्षेत्र में विदिशा और सागर जिले के लोग सक्रिय रहते हैं। यहां से बड़े पैमाने पर लकड़ी की तस्करी होती है।
इनका कहना है
– गीदगढ़ में जमीन की सीमांकन कर कार्रवाई की गई है। दो भट्टों से दो लाख से अधिक ईंट और एक वाहन जब्त किया गया है। जहां भी इस तरह अवैध उत्खनन, ईंट भट्टों की जानकारी मिलती है, हम कार्रवाई करते हैं।
राजीव कदम, खनिज निरीक्षक
अवैध उत्खनन और ईंट भट्टे की जानकारी मिलने पर माइनिंग और वन विभाग की टीम के साथ मौके पर जाकर कार्रवाई की है। जमीन का सीमांकन किया गया है।
विराट अवस्थी, तहसीलदार
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