बाढ़ से घिरा जिला, बेतवा, नर्मदा, तेंदोनी, पकलमती, बीना नदी उफान पर
रायसेनPublished: Aug 16, 2022 02:25:19 pm
बेगमगंज के पास धंसा पुल, रास्ते बंद, बरेली में राहत शिविरों में लोगों को ठहराया।
बाढ़ से घिरा जिला, बेतवा, नर्मदा, तेंदोनी, पकलमती, बीना नदी उफान पर
रायसेन. 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश से जिले मं जन जीवन बुरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। नदी, नाले उफपान पर हैं तो तालाबों का जल स्तर बढऩे से गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है, जिससे सहायक नदियों का जल स्तर बढऩे से स्थिति और बिगड़ी रही है। बरेली नगर चारों ओर से पानी से घिर गया है, बस्ती में पांच से छह फीट तक पानी भरने से लोगों को ट्यूब की नांव बनाकर उनके सहारा लेना पड़ रहा है। सैकड़ों घरों को खाली कराया गया है। बारिश का सबसे ज्यादा असर बरेली, बेगमगंज और रायसेन में हुआ है। जहां पूरी रात लोगों ने जागकर गुजारी है।
रायसेन शहर में कई जगह पानी भरने से प्रशासन को रात भर जागकर पानी निकासी के इंतजाम कराने पड़े। जिल अस्पताल परिसर में पानभरने से जेसीबी से खुदाई कर नाले से पानी निकाला गया। महामाया चौक, क्षेत्र में कई दुकानों में पानी भर गया था। इसके अलावा शीतल सिटी, तालाब मोहल्ला, अर्जुन नगर में कई घरों में पानी भरने से लोगों को नुकसान हुआ है।
बेगमगंज के पास बीना नदी पर बने पुल का एक बड़ा हिस्सा धंस जाने से कई गांवों का रास्ता बंद हो गया। बीना नदी पर प्रधानमंत्री सड़क पर बने पुल का एक हिस्सा तीन फीट तक धंस गया। जिससे क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवो का तहसील मुख्यालय बेगमगंज से सड़क संपर्क टूट गया है। नदी उफान पर होने के कारण लोगों ने खेतों में से रास्ता बना लिया। नदी के आसपास पानी ही पानी दिख रहा है। बीना नदी का पानी माला बेरखेड़ी रोड, हैदरगड़ रोड पर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि बीना नदी का यह पुल 3 करोड़ की लागत से बनाया गया था। लेकिन पहली बारिश में ही पुल धंस गया। पुल के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की कलई खुल गई।
नर्मदा नदी का जल स्तर बढऩे का असर बरेली में हो रहा है। जहां एक ओर बारना के बांध से पानी छोड़ जा रहा है, जिससे बारना का जल स्तर बढ़ गया था, दूसरी ओर नर्मदा का जल स्तर बढऩे से बारना नदी में उलटा पानी आ रहा है, जो फैलकर बरेली शहर तक पहुंच गया है। उदयपुरा में बोरास पुल तक नर्मदा का जल स्तर पहुंच गया है। बरगी बांध के गेट खोले जाने से नर्मदा का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। इधर बेतवा नदी भी उफान पर है। जिसका पानी पग्रेश्वर के पुराने पुल पर 20 फीट ऊपर तक पहुंच गया है। खेतों तक बेतवा का विस्तार हो गया है।
बरेली में बाढ़ प्रभावित लोगों को अस्थाई केंप बनाकर ठहराया गया है। दो स्कूलों, एक छात्रावास और अंबेडकर भवन में ढाई सौ लोगों को ठहराया गया है। जिनके भोपान पानी के इंतजाम टीम पहल सहित प्रशासन कर रहा है।