इस तिथि में करें यह पूजन, मिलेगा दूना फल
रायसेनPublished: Jul 24, 2021 10:26:36 pm
बारिश ने किया श्रवाण माह का स्वागतपहले ही दिन से शुभ मुुुुुुहूर्त, 29 दिन के श्रावण माह में कई शुभ संयोग।
इस तिथि में करें यह पूजन, मिलेगा दूना फल
रायसेन. लंबे इंतजार के बाद शनिवार को सुबह से शुरू हुई रिमझिम शाम को तेज बारिश में बदल गई। बारिश ने आज शुरू हो रहे श्रावण माह का अपने ही अंदाज में स्वागत किया। जोरदार बारिश से जहां किसानो के चहरे खिल गए, वहीं सावन माह की वास्तविक स्वरूप में बारिश के साथ शुरुआत से लोगों में खुशी है। आज से भगवान शिव की आराधना का पर्व शुरू हो गया, जो 29 दिन चलेगा। दूसरे ही दिन कल माह का पहला सोमवार होगा। शिवालयों में बम बम भोले के जयकारे गूंजेंगे तो श्रद्धालु धर्म और अनुष्ठान के इस विशेष संयोग वाले माह में संकल्प के साथ भगवान शिव की आराधना करेंगे।
दूसरी तिथि से ही मिलेगा फल
सावन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि अशून्य शयन की तिथि मानी जाती है। इस दिन व्रत, पूजा करने का बहुत महत्व होता है। शिव मंदिर सगोनिया के पुजारी पंडित अरुण कुमार शास्त्री ने बताया कि दूज की तिथि क्षय होने से 25 जुलाई को ही अशून्य शयन की तिथि है। साथ ही द्विपुष्कर योग भी है। आज के दिन अशून्य शयन व्रत पूजा करने से हर काम का दोगुना लाभ मिलता है। सावन भादों आश्विन कार्तिक और अगहन के पांच महीने व्रत पूजा होती है। इन पांचों महीने कृष्ण पक्ष द्वितीय व्रत पूजा होती है। दूज के चांद की पूजा करने से सौभाग्य लंबा होता है। विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करने से संपन्नता बनी रहती है।
पुराणों में कहा है कि भगवान विष्णु इस दिन करवट बदलते हैं।
द्विपुष्कर योग में करें यह काम
पंडित अरुण कुमार शास्त्री ने बताया कि इस दिन नया कारोबार शुरू करना बहुत लाभदायक होता है। आज के दिन आप कोई इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं, वहीं नए व्यापार, शेयर बाजार, सोना, चांदी, जमीन खरीदना शुभ होता है। आज मौन व्रत रखकर सिर्फ फलाहार करें, शाम को स्नान करके भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें और इनको लड्डू तथा केला का भोग लगाएं। धूप दीप दिखाकर विष्णुदेवाय नम: तथा महालक्ष्मयै नम: का जाप कर पूजन करें। इसके बाद भगवान विष्णु को माता लक्ष्मी की गोद में शयन कराएं।
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