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खाद की कमी नहीं वितरण की व्यवस्था फेल

locationरायसेनPublished: Oct 22, 2021 09:01:23 pm

Submitted by:

praveen shrivastava

खाद को लेकर मारामारी पुलिस को संभालना पड़ी व्यवस्थाएं, डीएपी की जिद पर अड़े किसान एनपीके से कर रहे किनारा।

खाद की कमी नहीं वितरण की व्यवस्था फेल

खाद की कमी नहीं वितरण की व्यवस्था फेल

रायसेन. जिले में अब खाद की कोई कमी नहीं है, कमी है तो वितरण व्यवस्था की। खाद वितरण केंद्रों पर जिलेभर में अव्यवस्थाएं नजर आ रही हैं। इसका कारण एक साथ बड़ी संख्या में किसानो का केंद्रों पर पहुंचने के साथ डीएपी की जिद है। किसान डीएपी लेने केंद्रों पर पहुंच रहे हैं, जबकि उन्हे वहां एनपीके मिल रहा है। जिसे किसान लेने तैयार नहीं हैं। इसके अलावा सर्वर भी खाद वितरण में देरी और समस्या का कारण बन रहा है। अब खाद का वितरण पीओएस मशीन से हो रहा है, जिसमें सर्वर डाउन होने से वितरण प्रभावित होता है। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में तरह-तरह की खाद उपलब्ध होने के बाद भी किसानो में अफरा तफरी मच रही है। शुक्रवार को रायसेन के संजय नगर स्थित खाद गोदाम पर लगभग पांच सौ किसान खाद लेने सुबह से पहुंच गए, जिससे अव्यवस्था फैली, इसी तरह बेगमगंज केंद्र पर भी बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और जब अव्यवस्था फैली तो किसान नारेबाजी करने लगे। मजबूरन पुलिस को बुलाना पड़ा तब, कहीं कतार लगाकर खाद वितरण किया गया।
खाद के लिए लंबी-लंबी लाइने लगाने वाले किसान खाद की उपलब्धता देखने के बाद उन्हें खाद नहीं मिलने से आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि जिनको टोकन दिए गए उन्हें खाद उपलब्ध कराई जाए, जबकि वेयर हाउस संचालक 1 सप्ताह पूर्व जिनको टोकन दिए थे उन्हें खाद दे रहे थे। किसानों का हंगामा देख सूचना पर पुलिस को आकर व्यवस्थाएं संभालना पड़ी, तब कहीं जाकर खाद का वितरण किया गया। जय किसान शक्ति के संयोजक डॉ. रवि शर्मा ने तहसीलदार के नाम का एक ज्ञापन सौंपकर वेयरहाउस पर उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों पर सांठ-गांठ का आरोप लगाकर खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बाजार में महंगे दामों में यही खाद उपलब्ध हो रही है, वेयर हाउस में खाद उपलब्ध होने के बावजूद भी किसानों को परेशान किया जा रहा है।
ये आरोप किसानो के
किसानो का आरोप है कि छोटे किसानो को दरकिनार कर बड़े किसानो को खाद दिया जा रहा है। सुबह 6 बजे से आकर नंबर लगाते हैं, उसके बावजूद किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रही है, जिसे मिल रही है उसे कम मात्रा में खाद दी जा रही।
बेगमगंज वेयरहाउस पर उपस्थित किसान सुनील कुर्मी, दयाशंकर, राम सिंह, अनमोल सिंह आदि ने आरोप लगाया कि हम करीब 1 सप्ताह से प्रतिदिन यहां पर नंबर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पाई है। जब तक नंबर आता है तब तक खाद खत्म हो जाती है।
वितरण केंद्रों पर नहीं व्यवस्थाएं
खाद वितरण केंद्रों पर सुबह छह बजे आकर बैठने वाले किसानो को पीने के पानी तक के लिए इंतजाम नहंीं हैं। न ही छांव की व्यवस्था है। किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा किसानों के लिए ना तो पानी पीने की व्यवस्था है ना छाया की व्यवस्था है। यूरिया की फिलहाल सख्त जरूरत है, नहीं मिली तो फसल खराब हो जाएगी।
काउंटर बढ़ाएं तब संभलेगी व्यवस्था
किसानो का कहना है कि केंद्रों पर एक ही विंडो से टोकन और खाद वितरण का काम किया जा रहा है। जबकि पांच सौ से अधिक किसान सुबह से ही कतार में लग जाते हैं। ऐसे में व्यवस्थाएं फेल हो रही हैं। केंद्रों पर चार से पांच विंडो की व्यवस्था की जाए, ताकि एक साथ अधिक किसानो को खाद मिल जाएगा। साथ ही बड़े किसानो और ब्लेक में सेल करने वालों की पहचान कर उन्हे खाद नहीं देना चाहिए।
ये है जिले में खाद की स्थिति
मार्कफैड से मिली जानकारी के अनुसार जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सागर, विदिशा, सोरई, मंडीदीप, पिपरिया स्टेशनों पर लगातार रैक लग रहे हैं। जहां से जिले को खाद मिल रहा है। जिसमें एनपीके, डीएपी, यूरिया सभी खाद शामिल हैं। इस वर्ष जिले में 49700 टन यूरिया, 22500 टन डीएपी, 826 टन एनपीके, 4345 टन एसएसपी, 440 टन एमओपी तथा 825 टन अन्य तरह के खाद का लक्ष्य तय किया गया है। जिसे रबी सीजन के दौरान किसानो को वितरण करना है। शुरुआती दौर में अब तक लगभग 11 हजार टन खाद का वितरण किया जा चुका है। लगभग 20 हजारटन का स्टॉक उपलब्ध है, जबकि अगले दो दिन में लगभग 18 हजार टन खाद जिले में पहुंचेगा।
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