लगता है महादेव का डमरू बज उठेगा
पुरातत्व विभाग द्वारा अपने अधीन मंदिरों में पूजन की अनुमति देने की संभावना पर उमा ने किया ट्वीट।
रायसेन
Published: May 22, 2022 09:23:19 pm
रायसेन. गांगोत्रि से लाया गया गंगा-भागीरथी के जल का कलश रायसेन कलेक्टर के पास ही रखा है। यदि सब कुछ ठीक रहा और राज्य सरकार अपनी औपचारिकताएं पूर्ण कर लेगी तो उसके तुरंत बाद रायसेन के किले में स्थित शिव मंदिर एवं विदिशा का विजय मंदिर में जल चढ़ाउंगी। यह ट्वीट पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने रविवार को अपने
ट्विटर एकाउंट पर किए। इसके आगे उन्होंने लिखा है कि भक्तों की शिव भक्ति का महा अभिनंदन, लगता है महादेव का डमरू बज उठेगा। उन्होंने यह भी लिखा कि रायसेन किले के शिव जी की महाविजय होगी। राजा पूरनमल, उनका परिवार, उनके सैनिक, जोहर में शहीद हुई उनकी जीवन संगनियों के लिए किया गया तर्पण काम आएगा।
उल्लेखनीय है कि पुरातत्व विभाग ने उसके अधीन मंदिरों में पूजन की अनुमति देने का संकेत दिया है। यह जानकारी मिलते ही उमा भारती ने ट््वीट कर अपनी खुशी जाहिर की। रायसेन के किला परिसर में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर के ताले बंद होने का मामला अप्रेल के प्रथम सप्ताह में रायसेन में शिव महापुराण कथा सुनाते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने उठाया था। उन्होंने सरकार से मंदिर का ताला खोलने की मांग की थी। तब उमाभारती ने रायसेन पहुंचकर सोमेश्वर महादेव का अभिषेक करने की घोषणा की और 11 अप्रेल को किला पहुंची, लेकिन नियमो के चलते मंदिर को नहीं खोला जा सका। उन्होंने बाहर से भगवान सोमश्वर की पूजन कर अपने साथ लाया गंगा जल का पात्र कलेक्टर अरविंद दुबे के सुपुर्द किया था। अब उसी जल से भगवान शिव का अभिषेक करने की बात कही है। पुरातत्व विभाग के संकेतों से यह उम्मीद बढ़ गई है कि जल्द ही भगवान सोमश्वर का मंदिर हर दिन पूजन के लिए खोला जाएगा।
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