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खुद के पैरों पर खड़ी हो गई पत्नी, बोली अब नहीं रहूंगी पति के साथ

locationरायसेनPublished: Nov 23, 2021 09:03:26 pm

Submitted by:

praveen shrivastava

– परिवार परामर्श केंद्र मेें घर जोडऩे की काउंसलिंग, विचार करने दिया समय।

खुद के पैरों पर खड़ी हो गई पत्नी, बोली अब नहीं रहूंगी पति के साथ

खुद के पैरों पर खड़ी हो गई पत्नी, बोली अब नहीं रहूंगी पति के साथ

रायसेन. ऐसा माना जाता है कि परिवार नासमझी और अज्ञानता के कारण टूटते हैं, लेकिन यह बात सही नहीं है। मंगलवार को परिवार परामर्श केंद्र में एक प्रकरण आया जिसमे शिक्षित व आत्मनिर्भर होने के वाबजूद पति-पत्नी, जिद और आपसी समन्वय की कमी से दाम्पत्य जीवन को बर्बाद करने की कगार पर पहुंच गए। हालांकि इस प्रकरण में सुनवाई के बाद दोनों की काउंसलिंग की गई तथा उन्हें टूटते परिवार को बचाने फिर से विचार करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया।
टूटने की कगार पर पहुंच चुके परिवारों को एक बार फिर बसाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा परिवार परामर्श केंद्र की व्यवस्था की गई है। एसपी विकास कुमार शहवाल के मार्गदर्शन में एसडीओपी कार्यालय में हर मंगलवार को परिवार परामर्श केंद्र की बैठक आयोजित की जाती है। मंगलवार को एसडीओपी अदिति भावसार की मौजूदगी में आयोजित बैठक में परिवारिक विवाद के 6 प्रकरण रखे गए। जिसमें से 4 प्रकरणों में सुनवाई हुई। 2 प्रकरण में एक ही पक्ष की उपस्थित के चलते उन्हें सुनवाई के लिए अगली तारीख दी गई। एक प्रकरण में रायसेन निवासी एक युवक की शादी दो साल पहले भोपाल की रहने वाली एक युवती से हुई थी। दोनो के बीच प्रेम था, बाद में परिवार ने सहमति से दोनों का विवाह कर दिया। कुछ समय सब कुछ ठीक चला, पत्नी पढ़ी लिखी थी, उसका मन था कि वह भी नौकरी करे, जिस पर पति ने भी सहमति दे दी। वह भोपाल के एक प्राइवेट कालेज में पढ़ाने लगी, कुछ समय तो सब ठीक ठाक रहा, लेकिन धीरे धीरे पति पत्नी में मनमुटाव और विवाद होने लगे। पत्नी धीरे धीरे खुद को पति से दूर और अलग करने लगी। उसे अपने व्यक्तिगत मामलों में पति का हस्तक्षेप भी बुरा लगने लगा। बढ़ती दूरियों से पति के मन में भी शंका बैठा गई कि पत्नी का किसी और से चक्कर है। कुछ ही समय बाद पत्नी घर छोड़कर अपने मायके जाकर भोपाल रहने लगी। परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचने पर पति ने काउंसलिंग में बताया कि वह खुद से हुई गलतियों को सुधारते हुए पत्नी को साथ रखना चाहता है, लेकिन पत्नी बोली इसके लिए उसे और सोचने का समय चाहिए। दोनों को 15 दिन का समय दिया गया है। इसी तरह तीन अन्य प्रकरणों में भी अलग अलग रह रहे पति पत्नी को सुलह के लिए समझाइश दी गई। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक में एसडीओपी अदिति भावसार, अध्यक्ष कैलाश श्रीवास्तव, सलाहकार अशोक गुप्ता, चेतन राय, महिला सलाहकार अजीज बी, ममता दुबे व अनीता राजपूत, एएसआई अनिल वर्मा, आरक्षक लोकेंद्र मोर्य उपस्थित रहे।
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