प्रदेश में अव्वल रायसेन की पुलिस
चिन्हित अपराधों पर कार्रवाई में सभी मामलों में आरोपियों को दिलाई सजा।
प्रदेश में अव्वल रायसेन की पुलिस
रायसेन. पीएचक्यू द्वारा हर जिले को उस जिले में होने वाले अपराधों में से कुछ विशेष अपराधों पर कार्रवाई कर अपराधियों को सजा दिलाने का लक्ष्य दिया जाता है। हर जिले को अधिकतम 25 अपराधों की सूची दी जाती है। साल के अंत में इन मामलों की समीक्षा पुलिस मुख्यालय स्तर पर की जाती है। एएसपी अमृत मीणा ने बताया कि वर्ष 2021 में रायसेन जिले को मिले लक्ष्य को रायसेन पुलिस ने 100 फीसदी पूर्ण कर प्रदेश में अव्वल रही है। ऐसे मामलों को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि इसके बाद भी जिले के ऐसे 45 चिन्हित अपराध अभी भी अदालतों में लंबित हैं। इनमें कई पुराने मामले भी हैं। चिन्हित अपराधों में हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार जैसे सनसनीखेज अपराधों को शामिल किया जाता है। वर्ष 2021 में जिले में 23 मामले रखे गए थे। जिनमें सभी में अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है।
इस तरह बढ़ती है कार्रवाई
चिन्हित अपराधों को निपटाने के लिए जिले के एएसपी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता है। उनके मार्गदर्शन में ही एक-एक अपराध की चार्जशीट अदालत में पेश की जाती है। इनके ट्रायल में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि किसी भी मामले में गवाह अपने बयान से न मुकरें, किसी लालच में न आएं। इसके अलावा लगातार ट्रालय के लिए अदालत से भी अनुरोध किया जाता है।
इन चर्चित मामलों में अपराधियों को मिली सजा
2021 के लिए चिन्हित जिले के चर्चित मामलों में औबेदुल्लागंज में वर्ष 2010-11 में हुए दंगा को शामिल किया गया था। जिसमें आठ दिन पहले ही 14 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा जिला अदालत से सुनाई गई है। इसके अलावा भारकच्छ थाना क्षेत्र के ग्राम मनकवाड़ा में वर्ष 2015 में दोहरे हत्याकांड के मामले में 10 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
पांच बार मिले प्रशस्ति पत्र
चिन्हित मामलों के निराकरण में जिले के एएसपी अमृत मीणों को 2021 में आइजी द्वारा पांच प्रशस्ति पत्र दिए गए। यह भी जिले की पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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