सतधारा के स्तूप देखे और हलाली में की बोटिंग
रायसेनPublished: Oct 17, 2021 09:15:50 pm
राज्यपाल ने जिले के पर्यटन स्थलों पर बिताया दिन।
सतधारा के स्तूप देखे और हलाली में की बोटिंग
सलामतपुर. प्रदेश के राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने रविवार को सतधारा के स्तूप और हलाली बांध का भ्रमण किया। उन्होंने सतधारा के पास स्तिथ वन विभाग के ईको जंगल कैंप का भी भ्रमण किया। वापस जाते समय उन्होंने ईको जंगल कैंप में उपस्तिथ वन सुरक्षा कर्मियों मोहन सिंह आदिवासी, मांगीलाल, प्रहलाद काछी, भारत सिंह व रामबाबू लोधी से बातचीत की। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों से पूछा कि अपने बच्चों को पढ़ाते हो या नहीं। उन्होंने पढ़ाई का महत्व बताते हुए उनका उत्साह बढ़ाया।
इस मौके पर कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे, पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार सहवाल, डीएफओ अजय पांडे, जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा, एसडीएम एलके खरे मौजूद रहे। सुरक्षा की दृष्टि से छह थानों का पुलिस बल सहित लगभग 100 जवान सलामतपुर स्टेट हाइवे व सतधारा स्तूपों पर मौजूद रहे। पुरातत्व विभाग के स्तूप प्रभारी संदीप कुमार मेहतो तथा गाइड सुरेन्द्र सिंह भदौरिया ने बौद्ध स्तूपों और स्थल के संबंध में राज्यपाल को विस्तार से जानकारी दी। सांची में दोपहर विश्राम के बाद हलाली डेम का भ्रमण किया। उन्होंने डेम की क्षमता, सिंचित होने वाले रकबे तथा डेम में किए जा रहे मत्स्यपालन के संबंध में जानकारी ली। हलाली डेम का अवलोकन मोटरबोट में बैठकर किया। कलेक्टर अरविन्द कुमार दुबे ने बताया कि लगभग 50 वर्ष पूर्व बने इस हलाली डेम से लगभग 40 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में 3 जिलों रायसेन, विदिशा व भोपाल क्षेत्र के बैरसिया आदि जगह सिंचाई होती है। साथ ही रायसेन और विदिशा शहरों को पेयजल की आपूर्ति भी की जाती है।
जंगल ईको कैंप में आई रौनक
56 लाख रुपए लागत के बने और वीरान पड़े ईको जंगल कैंप में 1 साल के बाद राज्यपाल मंगूभाई पटेल के दौरे के चलते रौनक आई। यह ईको जंगल कैंप 26 अगस्त 2020 से उटघाटन के बाद से ही जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते वीरान पड़ा हुआ है। जबकि यहां पर पर्यटकों के लिए रहने और एडवेंचर सहित अन्य सुविधाएं जुटाई गईं थीं।
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