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शरद पूर्णिमा की रात में भ्रमण पर निकलती हैं मां लक्ष्मी

locationरायसेनPublished: Oct 19, 2021 11:12:06 pm

Submitted by:

praveen shrivastava

आज रात 08:06 बजे तक रहेगी पूर्णिमा तिथि। आज सोलह कलाओं से पूर्ण होगा चंद्रमा।

शरद पूर्णिमा की रात में भ्रमण पर निकलती हैं मां लक्ष्मी

शरद पूर्णिमा की रात में भ्रमण पर निकलती हैं मां लक्ष्मी

रायसेन. आज शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होगा, रात में मां लक्ष्मी भ्रमण पर निकलेंगी और देखेंगी कि कौन जागकर उनका आव्हान कर रहा है, ऐसे ही घर में वे ठहरेंगी। पूर्णिमा की तिथि सोमवार शाम 7 बजकर 03 मिनट से आरंभ हो चुकी है, जो आज रात 8 बजकर 06 मिनट पर समाप्त होगी। ज्योतिष के अनुसार शरद पूर्णिमा को मोह रात्रि कहा जाता है। इस रात लक्ष्मीजी को जागृत करने व्रत कर लक्ष्मी नारायण, महालक्ष्मी एवं तुलसी का पूजन किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन श्री कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचाया था। ज्योतिष के अनुसार ऐसा कई वर्षों बाद हो रहा है, जब शरद पूर्णिमा और मंगलवार का संयोग बना है। मान्यता है कि इस रात्रि को चन्द्रमा की किरणों से अमृत झड़ता है, इसलिए इस दिन खीर बनाकर रात भर चांदनी में रखने का विधान है।
ऐसे करें पूजन
तांबे अथवा मिट्टी के कलश पर वस्त्र से ढंकी हुई स्वर्णमयी लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित कर उनकी पूजा करें, इसके बाद चन्द्रोदय होने पर सोने, चांदी अथवा मिट्टी के घी से भरे हुए दीपक जलाएं। घी मिश्रित खीर तैयार करें और उसे चन्द्रमा की चांदनी में रखें। जब एक प्रहर बीत जाए तब लक्ष्मीजी को सारी खीर अर्पण करें। भजन करते हुए रात्रि जागरण करें।
क्या खीर खाने का महत्व
शरद पूर्णिमा से मौसम में परिवर्तन की शुरूआत होती है, शीत ऋतु का आगमन होता है। इस रात में खीर का सेवन करना इस बात का प्रतीक है कि शीत ऋतु में हमें गर्म पदार्थों का सेवन करना चाहिए। चांदनी में खीर रखना और भगवान को भोग लगाकर सेवन करने से हमारी इन्द्रियों का बल, ओज बढ़ता है।
राशि अनुसार करें ये उपाय
मेष: कन्याओं को खीर खिलाएं और चावल को दूध में धोकर बहते पानी में बहाएं। वृष: दही और गाय का घी मंदिर में दान करें।
मिथुन: दूध और चावल का दान करें।
कर्क: मिश्री मिला हुआ दूध मंदिर में दान करें।
सिंह: मंदिर में गुड़ का दान करें।
कन्या: 3 से 10 वर्ष तक की कन्याओं को भोजन में खीर खिलाएं
तुला: मंदिर पर दूध, चावल व शुद्ध घी का दान दें।
वृश्चिक: कन्याओं को दूध व चांदी का दान दें।
धनु: चने की दाल पीले कपड़े में रख कर मंदिर में दान दें।
मकर: बहते पानी में चावल बहाएं।
कुंभ. दृष्टिहीनों को भोजन करवाएं।
मीन: ब्राह्मणों को भोजन करवाएं।
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