विदिशा और सीहोर की धान से मंडी में आई रौनक
रायसेनPublished: Oct 13, 2021 09:43:50 pm
शुरू हुई आवक, जिले की धान की कटाई भी शुरू, किसानो को नहीं मिल रहे उचित दाम।
विदिशा और सीहोर की धान से मंडी में आई रौनक
रायसेन. जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में बीते कुछ दिनो से रौनक बढऩे लगी है। नई धान की आवक मंडी में शुरू हो गई है, हालांकि अभी जिले में धान की कटाई की शुरुआत ही हुई है, कुछ जगह पहली बोवनी वाली धान काटी जा रही है। लेकिन रायसेन मंडी में विदिशा और सीहोर जिले से धान की आवक से चहल-पहल बढ़ गई है। लगभग सात माह बाद मंडी में व्यापारी और हम्माल दिखाई देने लगे हैं। रायसेन की मंडी केवल धान की मंडी बनकर रह गई है। गेहूं की अधिकतर उपज समर्थन मूल्य पर ही बेची जाती है। कुछ जरूरतमंद किसान ही मंडी में व्यापारियों को गेहूं बेचते हैं। जिल में इस बार सोयाबीन की बोवनी कम रकबे में की गई थी, उसमें भी बेमौसम बारिश के चलते अधिकतर फसल खराब हो चुकी है।
धान की आवक शुरू होते ही मंडी में सुबह से शाम तक किसानों की भीड़ लगने लगी है। अभी विदिशा और सीहोर जिले से धान लेकर किसान मंडी पहुंच रहे हैं। किसानो ने बताया कि रायसेन मंडी में जल्द तुलाई होने और अच्छे दाम मिलने की उम्मीद में उपज लेकर आते हैं। बीते कुछ सालों से उपज की शुरुआत में अन्य जिलों के किसान रायसेन लाकर उपज बेचते हैं।
रेट के लिए करते हैं भागदौड़
किसानो का कहना है कि उपज आते ही सीहोर, विदिशा की मंडियों में दाम कम हो जाते हैं, जबकि रायसेन मंडी में अच्छे दाम मिलते हैं। इसलिए वे शुरुआत में ही रायसेन आकर धान बेचते हैं। बीते कुछ सालों से विदिशा और सीहोर जिले के सैकड़ों किसान ऐसा ही कर रहे हैं। लेकिन इस बार कुछ दिन में ही रायसेन में ही दाम कम होने लगे हैं। बैरसिया से धान लेकर आए किसान संदीप यादव, सोनू यादव ने बताया कि बुधवार को मंडी में धान के बहुत कम दाम लगाए गए। अच्छी धान की 1800-1900 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी गई। जबकि तीन दिन पहले यही धान 2600 रुपए क्विंटल बिकी थी। विदिशा जिले के ग्राम झाड़ोन से आए किसान रघुवीर सिंह ने बताया कि दो दिन पहले जो धान 2800 रुपए प्रति क्विंटल नीलाम हुई थी, बुधवार को उसी के दाम 1800 रुपए लगाए गए। 30 से 80 किमी दूर से धान लेकर रायसेन पहुंचे किसानो को रेट से निराशा हुई है। अच्छा दाम नहीं मिलने से उनका उपज परिवहन का खर्च नहीं निकल रहा है। फिर भी किसानो को उम्मीद है कि दाम बढ़ेंगे और उन्हे लाभ होगा।
अभी कम है आवक
व्यापारी मिथलेश सोनी ने बताया कि अभी जिले की धान नहीं आ रही है, बाहर से किसान आ रहे हैं। ही दिन पांच सौ से हजार क्विंटल धान आ रही है। जल्द ही आवक बढ़ेगी। सोनी ने बताया कि उपज के दाम क्वालिटी पर निर्भर करते हैं। जैसी उपज होगी वैसे दाम लगाए जाते हैं। किसान अच्छी गुणवत्ता की साफ उपज लाएंगे तो अच्छी दाम भी मिलेंगे।
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