शिवराज के करीबी हैं रामपाल सिंह
रामपाल सिंह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का करीबी नेता माना जाा है। रामपाल सिंह पूर्व की शिवराज सरकार में मंत्री थी थे इस बार सिंधिया खेमे और जातिगत समीकरणों को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। रामपाल सिंह ने कहा- कांग्रेस के कई विधायक हमारे संपर्क में है। कमलनाथ सरकार के 15 महीने के कार्यकाल का दुष्परिणाम है कि कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं। इससे पहले थोक में 22 विधायक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे।
रामपाल सिंह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का करीबी नेता माना जाा है। रामपाल सिंह पूर्व की शिवराज सरकार में मंत्री थी थे इस बार सिंधिया खेमे और जातिगत समीकरणों को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। रामपाल सिंह ने कहा- कांग्रेस के कई विधायक हमारे संपर्क में है। कमलनाथ सरकार के 15 महीने के कार्यकाल का दुष्परिणाम है कि कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं। इससे पहले थोक में 22 विधायक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे।
रामपाल सिंह ने कहा कि अब बचे हुए एक-एक करके कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस से बीजेपी में आ रहे विधायकों को सेट करने में दिक्कत तो आ रही है, लेकिन उनको संतुष्ट करना हमारी जिम्मेदारी है। रामपाल सिंह वर्तमान में सिलवानी से भाजपा विधायक हैं।
26 सीटों पर होंने हैं उपचुनाव
बता दें कि मध्यप्रदेश की 26 सीटों पर उपचुनाव होना है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ ही 22 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। दो सीटें भाजपा औऱ कांग्रेस के विधायक के निधन के कारण खाली हुई है जबकि दो सीटों पर हाल ही में कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दिया है।
बता दें कि मध्यप्रदेश की 26 सीटों पर उपचुनाव होना है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ ही 22 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। दो सीटें भाजपा औऱ कांग्रेस के विधायक के निधन के कारण खाली हुई है जबकि दो सीटों पर हाल ही में कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दिया है।