इस मौके पर जागरुक मतदाता महेश सिंह, प्रकाश वर्मा, चितनांद सिंह ने कहा कि क्षेत्र का जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए जिसे क्षेत्र की बुनियादी जरूरतों का पता हो और उनका समाधान करने की दिशा में सार्थक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर जाकर हाथ जोड़ते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उनसे मिलने के लिए आम आदमी को छुटभईया नेताओं का सहारा लेना पड़ता है।
इस अवसर पर राकेश सिंह, मनीष मिश्रा, अतीक अहमद ने कहा कि जात-पात का राजनीति में विरोध करते हुए कहा कि इससे कोई फायदा नहीं होता है, बल्कि समाज में वैमन्सय फैलता है। इस मौके पर मतदाताओं ने लोकतंत्र के महाकुंभ में शामिल होकर ज्यादा से ज्यादा मतदान करने का संकल्प लिया।
मंडीदीप वासी बोले-सहज और सरल हो जनप्रतिनिधि
प्रश्न: जनप्रतिनिधि कैसा होना चाहिए?
बुन्देश मीना: क्षेत्र का जनप्रतिनिध सहज और आम आदमी के बीच का होना चाहिए, जिससे वह लोगों के सुख-दुख में शामिल हो सके, हाईप्रोफाइल जनप्रतिनिधि क्षेत्र में तीज त्योहार पर ही क्षेत्र में आते हैं, लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उनके बंगले के चक्कर लगाना पड़ता है।
प्रश्न: जनप्रतिनिधि कैसा होना चाहिए?
बुन्देश मीना: क्षेत्र का जनप्रतिनिध सहज और आम आदमी के बीच का होना चाहिए, जिससे वह लोगों के सुख-दुख में शामिल हो सके, हाईप्रोफाइल जनप्रतिनिधि क्षेत्र में तीज त्योहार पर ही क्षेत्र में आते हैं, लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उनके बंगले के चक्कर लगाना पड़ता है।
प्रश्न: शिक्षा-स्वास्थ्य क्या स्थिति है?
प्रदीप व्यास: शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में क्षेत्र अभी बहुत पीछे है, यहां उद्योग क्षेत्र के हिसाब से तकनीकी शिक्षा संस्थान खोले जाने की नितांत आवश्यकता है। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 100 बिस्तर सिविल अस्पताल के साथ ट्रामा सेन्टर खोला जाना चाहिए।
प्रश्न: पिछले 10 सालों में घोषणा पत्र पर कितना अमल हुआ?
प्रकाश राय: पिछली दो विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी ने दल ने जो घोषणाएं की थी उन पर अब तक अमल नहीं हो सका है।
प्रदीप व्यास: शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में क्षेत्र अभी बहुत पीछे है, यहां उद्योग क्षेत्र के हिसाब से तकनीकी शिक्षा संस्थान खोले जाने की नितांत आवश्यकता है। वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 100 बिस्तर सिविल अस्पताल के साथ ट्रामा सेन्टर खोला जाना चाहिए।
प्रश्न: पिछले 10 सालों में घोषणा पत्र पर कितना अमल हुआ?
प्रकाश राय: पिछली दो विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी ने दल ने जो घोषणाएं की थी उन पर अब तक अमल नहीं हो सका है।
प्रश्न: आपके हिसाब से इस क्षेत्र में विपक्ष की क्या भूमिका है ?
अमित तिवारी: क्षेत्र में सत्ताधारी दल के साथ स्थानीय प्रशासन के तौर पर कांग्रेस काबिज है, स्थानीय जरुरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की और क्षेत्र की चहुंमुखी विकास की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है, लेकिन दोनों ही मामलों में क्षेत्र अभी पीछे हैं।
अमित तिवारी: क्षेत्र में सत्ताधारी दल के साथ स्थानीय प्रशासन के तौर पर कांग्रेस काबिज है, स्थानीय जरुरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की और क्षेत्र की चहुंमुखी विकास की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है, लेकिन दोनों ही मामलों में क्षेत्र अभी पीछे हैं।