रायसेन

सड़कों की ऐसी हालत, पैदल चलना दूभर

नगर पालिका ने डस्ट, चूरी नहीं डलवाई, राहगीर परेशान।

रायसेनSep 02, 2018 / 10:27 am

Rajesh Yadav

सड़कों की ऐसी हालत, पैदल चलना दूभर

रायसेन. शहर में बारिश से मुख्य मार्ग सहित वार्डों की सडक़ें भी कीचड़-पानी से सन चुकी है। डामर सडक़ हो या फिर सीसी रोड सभी जगह हालात एक जैसे नजर आ रहे हैं। वहीं कुछ स्थानों पर वर्षों पुरानी कच्ची सडक़ से तो राहगीरों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इसी तरह की स्थिति शहर के मुख्य मार्ग सांची-विदिशा रोड, भोपाल रोड और सागर की तरफ जाने वाली सडक़ की हो रही है। इन तीनों मार्गों के किनारे कीचड़ फैली पड़ी है।

 

सांची रोड पर सडक़ की साइडों और सागर तिराहे के समीप अस्थाई बस स्टेण्ड वाली जगह पर लंबे हिस्से में पानी भरा हुआ है। ऐसे में पैदल चलने वाले राहगीरों की परेशानी अधिक है। क्योंकि कीचड़ से बचने के लिए उन्हें सडक़ से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं सडक़ पर तेज गति से दो पहिया, चार पहिया सहित भारी वाहन दौड़ रहे हैं। राहगीरों को जान जोखिम मेें डालकर सडक़ से निकलना पड़ रहा है। वहीं नगर पालिका सहित जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों द्वारा आमजन की परेशानी से सरोकार नहीं रखा जा रहा। सडक़ किनारे हाथ ठेले सहित अस्थाई दुकानें भी लगाई जा रही है। इसके लिए नगर पालिका द्वारा ठेका नीलामी कर दुकानदारों से बाजार बैठकी के नाम पर शुल्क भी लिया जाता है। लेकिन डस्ट, चूरी आदि सामग्री डलवाने की व्यवस्था जिम्मेदार विभाग द्वारा नहीं की गई।

 

यहां है ज्यादा परेशानी
शहर में सांची रोड पर महामाया चौक से लेकर माता मंदिर चौराहे तक एक तरफ के हिस्से में सडक़ की साइडों में कीचड़ और पानी भरा हुआ है। इससे दुकानों तक ग्राहकों और दुकानदारों का पहुंचना भी मुश्किल भरा हो रहा है। वहीं सागर रोड पर तिराहे के समीप भोपाल और सागर की तरफ जाने वाले यात्रियों को भी कीचड़ के बीच खड़े रहकर ही बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। इसी तरह सागर रोड पर कृषि फार्म के सामने, पोस्ट आफिस और एलआईसी कार्यालय के सामने सडक़ किनारे खासी कीचड़ मची हुई है। यहां पर स्कूली छात्र-छात्राओं का प्रतिदिन परेशानीदायक आवागमन होता है। भोपाल रोड भी सडक़ के दोनों तरफ कीचड़ और पानी भरे होने की समस्या बनी है।

 

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यातायात में बाधा
सडक़ के दोनों तरफ किनारों पर कीचड़ और पानी भरे होने की समस्या के चलते पैदल चलने वालों की राह कठिन होती जा रही है। लोग कीचड़ से बचकर निकलने के लिए सडक़ पर चल रहे हैं। ऐसे में सडक़ से निकलने वाले दो पहिया, चार पहिया और भारी वाहनों की रफ्तार उनके लिए बाधक रहती है। वहीं व्यस्तम क्षेत्र सागर तिराहे से लेकर जिला अस्पताल तक के हिस्से में सडक़ पर लोगों की चहल-कदमी के कारण बार-बार वाहनों के पहिए थम जाते हैं। हालांकि इस दौरान हादसे की आशंका भी बनी रहती है।

 

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राहगीरों की जान जोखिम
सडक़ पर पैदल चलने वाले लोगों की तेज रफ्तार से दौड़ते वाहनों से जान जोखिम में रहती है। सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति सागर रोड पर बनती है। यहां पर लंबे हिस्से में दुकानों का सामान सडक़ तक रखा और लोडिगं वाहन भी खड़े रहते हैं। ऐसे में राहगीरों के लिए निकलने का सुरक्षित रास्ता नहीं रह जाता और लोग सडक़ से ही निकलते हैं। गौरतलब हो कि सागर रोड हाईवे होने के कारण यहां पर यात्री बसों सहित भारी वाहनों की आवाजाही अधिक होती है। जिससे सडक़ पर चलने वाले राहगीरों की जान हरदम जोखिम में रहती है। लेकिन स्थानीय प्रशासन सहित नगर पालिका द्वारा सडक़ की साइडों को कीचड़ मुक्त करने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। जबकि नगर पालिका में हर वर्ष निर्माण सामग्री खरीदी की निविदाएं बुलाई जाती है।

यह कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं और अभी बारिश भी निकली नहीं है। सडक़ की साइडों में मटेरियल डलवा दिया जाएगा।
ज्योति सुनेरे, प्रभारी सीएमओ नपा।

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