हालांकि अभी बाड़ी और बरेली के लिंक मार्गों के लिए 09 लाख 53 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है, जिससे दोनों नगरों का लगभग 16 किमी लीक रोड मरम्मत कर दुरुस्त किया जाएगा। जल्द ही पिडब्लिडी द्वारा टेंडर जारी किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि फोरलेन के निर्माण में नगरों से बायपास के निर्माण और गांवों को हाइवे से जोडऩे वाले लिंक रोड खतरा बन गए हैं। यहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं।
खतरे और भी हैं
सांसद के प्रयासों से बाड़ी और बरेली के लोगों को तो राहत मिल जाएगी, लेकिन उदयपुरा और देवरी नगर सहित कई गांवों के लिंक रोड भी मरम्मत और निर्माण का इंतजार कर रहे हैं। बरेली-पिपरिया मार्ग को क्रॉस कर बायपास पर बने ओवरब्रिज के समांतर बना बना संकरा मार्ग। इसी तरह बटेरा ओर बने ओवर ब्रिज का लिंक रोड भी बेहद खतरनाक है। भोगिया के पास भी लिंक रो रॉड सीधे हाइवे ओर खुलता है, जहां आए दिन हादसे होते हैं। इन ओरमुख स्थानों ओर भी सुरक्षा इंतजाम करने और खामियों को दूर करने की जरूरत है। फोरलेन में जहां भी ओवर ब्रिज बने हैं, वो खतरनाक हैं। बायपास से सरपट आने वाले वाहन अचानक हाइवे ओर आते हैं। इस दौरान हाइवे से गुजर रहे वाहन से टकराने का खतरा बना रहता है। इन जगहों पर कोई संकेतक और रोशनी की व्यवस्था भी नहीं है।