scriptoverloaded vehicles : सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड यात्री वाहन, यात्रियों की जान से हो रहा खिलवाड़ | Running Overload Running Vehicles | Patrika News

overloaded vehicles : सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड यात्री वाहन, यात्रियों की जान से हो रहा खिलवाड़

locationरायसेनPublished: Jul 03, 2019 04:25:36 pm

तहसील मुख्यालय से बगैर परमिट व फिटनेस के वाहनों का संचालन बदस्तूर किया जा रहा है

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Bareilly. Operation of permits and fitness vehicles without tahsil headquarter is being discontinued. Last year, the buses were examined by RTO department, in which the truth was exposed

रायसेन/ बरेली। तहसील मुख्यालय से बगैर परमिट व फिटनेस fitness के वाहनों का संचालन बदस्तूर किया जा रहा है। बीते वर्ष आरटीओ विभाग RTO department द्वारा यहां बसों buses की जांच की गई थी, जिसमें यह सच उजागर हुआ था। फिर भी परिवहन विभाग सहित अन्य विभागों के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी हादसों का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि तहसील मुख्यालय से प्रति दिन सैंकड़ों बसों का संचालन पिपरिया, जबलपुर, बाडी, होशांगाबाद, बकतरा, भोपाल आदि के लिए किया जाता है। इन बसों में अधिकांश बसों में शासन के नियमों का पालन नहीं किया जाता। कई बसों में क्षमता से अधिक Overloaded vehicles यात्री बैठाए जा रहें है। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीें की जाती।
वैध लाईसेंस नहीं

प्रशासनिक अधिकारी भी कभी कभार बाहर निकलकर चालान आदि की कार्रवाई कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। इन बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की जान हमेशा खतरे में बनी रहती है। इनके अलावा शहर से टैक्सी आदि का संचालन भी यात्रियों की जान के लिए आफत बना हुआ है। इन टैक्सियों में क्षमता से अधिक सवारी भरकर सरेआम उनकी जान से खिलावाड़ किया जाता है। इसके अलावा टैक्सियों का संचालन कर रहे अधिकांश चालकों के पास वैध लाईसेंस नहीं है। यही नहीं अधिकांश टैक्सियां तो नाबालिग बच्चे चलाते हुए देखे जा सकते हैं।

क्षमता से अधिक बिठाते हैं यात्री
मुख्यालय से ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही टैक्सियों, ऑटो में चालक सहित तीन सवारियां परिवहन करने की अनुमति शासन स्तर पर दी जाती है, लेकिन इनमें 15 से लेकर 20 सवारियां बैठाई जाती हैं। मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर तक यह वाहन संचालित किए जा रहे हैं, जबकि इन्हें अधिकतम 15 किलोमीटर तक का परमिट दिया जाता है। प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे यह वाहन, शासन के नियमों को सरेआम ठेंगा दिखा रहे हैं और प्रशासन आंखें बंद किए बैठा है। तहसील मुख्यालय पर ही बगलवाड़ा, अलीगंज, बागपिपरिया, नयागांव, भारकच्छ आदि मार्गों पर यह वाहन क्षमता से अधिक सवारियों का परिवहन करते आसानी से देखे जा सकते हैं।

सुरक्षा की अनदेखी
तहसील मुख्यालय से विभिन्न स्थानों के लिए जाने वाले वाहन शासन द्वारा तय किए सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। तमाम हादसों और इनमें लोगों की मौत होने के बाद भी जिम्मेदार इस ओर गंभीरता से नहीं देख रहे हैं। बसों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। बीते साल परिवहन मंत्री के निर्देशों पर यात्री बसों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराने के लिए अधिकारी सड़क पर उतर आए थे, लेकिन बाद में फिर स्थिति जस की तस है।
यात्री वाहनों की जांच का अभियान समय-समय पर चलाया जाता है। जिले के सभी नगरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह अभियान फिर शुरू किया जाएगा। नियमानुसार नहीं चलने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
रीतेश तिवारी, जिला परिवहन अधिकारी

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