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सागर का आरएमपी डॉक्टर रायसेन में दवाई की जगह बांट गया कोरोना

locationरायसेनPublished: Jun 27, 2020 12:05:05 am

हालांकि यहां अभी कोई पॉजिटिव नहीं मिला है, लेकिन इसकी संभावनाओं से इंकार भी नहीं किया जा सकता

सागर का आरएमपी डॉक्टर रायसेन में दवाई की जगह बांट गया कोरोना

सागर का आरएमपी डॉक्टर रायसेन में दवाई की जगह बांट गया कोरोना

रायसेन/देवरी. कोरोना संक्रमण को लेकर अब बेजा लापरवाही सामने आ रही हैं। अनलॉक के बाद जब से आवागमन को खुली छूट मिली है, तब से संक्रमित व्यक्तियों के एक से दूसरी जगह से जाने से कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। ताजा मामला जिले के देवरी क्षेत्र में सामने आया हैं, हालांकि यहां अभी कोई पॉजिटिव नहीं मिला है, लेकिन इसकी संभावनाओं से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
दरअसल देवरी के कुछ गांवों में सागर जिले से आकर डॉक्टर मरीजों का इलाज करता रहा, जबकि वह खुद कोरोना पॉजिटिव था। जांच के बाद जब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो इन गांवों में अफरातफरी मच गई है। जानकारी के मिलने पर स्वास्थ्य अमले ने दो गांवों के दो परिवारों के १८ लोगों को होम क्वारंटीन किया है, जबकि एक महिला को उदयपुरा अस्पताल में भर्ती किया गया है।
डॉक्टर की गांव में ही बिगड़ी हालत
जानकारी के अनुसार सागर जिले के कस्बा केसली निवासी आरएमपी डॉक्टर रिंकू जैन लंबे समय से रायसेन जिले की सीमा पर स्थित कुछ गांवों में आकर मरीजों को इलाज करता था। बुधवार को उक्त डॉक्टर ग्राम इमलिया और रबरा पहुंचा था। इमलिया में उसने एक गर्भवती महिला को ग्लूकोज की बॉटल लगाई थी। इस दौरान उसकी तबीयत बिगड़ी। उसे सांस लेने में दिक्कत हुई और बुखार आ गया। वह किसी तरह बाइक से वापस लौट गया। सागर जाकर जांच कराई तो गुरुवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। शुक्रवार को यह जानकारी देवरी तक पहुंची, तब स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। अमला ग्राम इमलिया और रबरा पहुंचा, जहां सर्वे कर डॉक्टर के संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई।
शुगर की जांच कराने गया, निकला कोरोना
ब्लॉक ओबेदुल्लागंज अंतर्गत कस्बा गौहरगंज में एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उक्त व्यक्ति बुधवार को डायबिटीज की जांच कराने भोपाल के हमीदिया अस्पताल गया था। जहां शक होने पर उसका सैंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव मिली। इसकी जानकारी मिलते ही बीएमओ अरविंद चौहान सहित
प्रशासनिक और पुलिस अमला गौहरगंज पहुंचा और मरीज के परिजनों की जांच की। क्षेत्र में सर्वे कर उसके संपर्क में आए लोगों की जानकारी एकत्र करना शुरू किया। बीएमओ ने बताया कि मरीज के संपर्क में आए सभी लोगों के संैपल लिए जाएंगे।
बीएमओ कर चुके हैं शिकायत
बीएमओ डॉ. केके सिलवाट ने बताया कि क्षेत्र में कई झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं, जो गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों का इलाज करते हैं। देवरी के ऐसे तीन डॉक्टरों की शिकायत उन्होंने लगभग एक माह पहले पुलिस में की थी। डॉ. सिलावट का कहना है कि
ऐसी स्थिति में कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। कोई भी मरीज कोरोना संक्रमित हो सकता है। उसके संपर्क में डॉक्टर के आने से खतरा और बढ़ सकता है। क्योंकि डॉक्टर कई मरीजों का इलाज करते हैं।

जिले में है ये स्थिति
जिले में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 109 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें से 80 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। २४ एक्टिव मरीज अभी विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। जिले से अभी तक कुल 2177 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनमें जिले के 87 तथा जिले से बाहर 22 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव है। इसी प्रकार 2003 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव है तथा 11 सैंपल की रिपोर्ट प्रतीक्षित है। इनके अतिरिक्त 67 सैंपल रिजेक्ट हो गए हैं।
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