बसें चुनाव में दो दिन बंद रहेंगे स्कूल
रायसेनPublished: Nov 03, 2018 08:00:33 pm
विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 28 नवंबर को होगी,पोलिंग पार्टियों के लिए वाहन 26 नवंबर से पॉलीटेक्निक कॉलेज से होंगे रवाना
विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 28 नवंबर को होगी,पोलिंग पार्टियों के लिए वाहन 26 नवंबर से पॉलीटेक्निक कॉलेज से होंगे रवाना
रायसेन. जिले की चारों सीटों पर विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 28 नवंबर को शांतिपूर्ण माहौल में होगी । पोलिंग पार्टियों के लिए वाहन 26 नवंबर से ही पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंचने लगेंगे। वोटिंग वाले दिन सरकारी दफ्तर,स्कूल कॉलेजों में छुट्टी रहेगी पर 26 व 27 नवंबर को प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों की बसें अधिग्रहित होने से शिक्षण संस्थाएं बंद रहेंगी। चुनाव कराने के लिए जिले में ४२४ बसों ,मिनी बसों की जरूरत पड़ेगी। हालांकि इतनी संख्या में बसों की पूर्ति रायसेन जिले से नहीं हो पा रही है। ऐसे में भोपाल,सीहोर आरटीओ से भी 50 बसों की मांग की गई है।जिला परिवहन अधिकारी रीतेश तिवारी का कहना है कि विस चुनाव के लिए ४२४ वाहनों के अधिग्रहण करने की रणनीति बनाई जा रही है। यह वाहन पुलिस लाइन ग्राउंड में अधिग्रहण कर खड़ी करवा दी जाएंगी। बस मालिकों को नोटिस भेजकर सूची एसडीएम रायसेन समेत जिलेभर के एसडीएम को पत्र जारी कर दिए गए हैं।
मालूम हो कि पिछले चुनाव में शहरी क्षेत्र के अलग-अलग रूट पर पोलिंग सेंटरों तक पार्टी को छोडऩे के लिए एक बस ने दो-दो चक्कर लगाए थे। इस बार ऐसा नहीं होगा। सक्षम व पिंक पोलिंग सेंटरों के लिए भी अलग से व्यवस्था की जाएगी। इससे भी कुछ वाहनों की और जरूरत पड़ सकती है।
भोपाल सागर-इंदौर ,विदिशा बैरसिया ,सुलतनपुर,बाड़ी ,बरेली ,सिलवानी बेगमगंज सहित अन्य आंतरिक मार्गों पर भी होगी दिक्कतें । विधानसभा चुनाव के लिए बसों का अधिग्रहण होने से रायसेन से सागर भोपाल, विदिशा इंदौर और औबेदुल्लागंज,गौहरगंज मंडीदीप समेत बाड़ी बरेली सिलवाली उदयपुरा आदि क्षेत्रों के जाने वाले यात्री भी परेशान होंगे।
टैक्सियों का किराया बढ़ेगा
विस चुनाव के दौरान मारूति वैन और टैक्सियों की डिमांड 40 फ ीसदी तक बढ़ जाती है। इसका असर किराए पर भी होता है। जिला प्रशासन ने अभी उडऩदस्तों के लिए टैक्सियां और जीपें और मारूति वैनें भी किराए पर ली हैं। नामांकन जमा करने के बाद राजनीतिक दलों को वाहनों की जरूरत होगी।
सेक्टर मजिस्ट्रेट रूट बढ़ाए गए हैं। रूट चार्ट का काम देख रहे कर्मचारियों के मुताबिक बस व अन्य वाहनों की संख्या बढऩे से इस बार ईंधन के रूप में भी पिछले चुनाव की तुलना में डबल खर्च होगा।