रायसेन. शहर के सरकारी स्कूलों में परिसरों में साफ-सफाई नहीं होने के कारण कूड़े, कचरे के ढेर से अटा पड़ा रहता है या फिर पशुओं का जमघट लगा रहता है। पशुओं के कारण चौतरफा गोबर मूत्र ही इक_ा रहता है। इस कारण पूरे स्कूल परिसर में मच्छर-मक्खियों की संख्या में तेजी से इजाफा होता है। ऐसी स्थिति में संक्रमित बीमारियां फैलने का अंदेशा बना रहता हे। अभी दो दिन पहले हुई बारिश से स्कूलों के समीप गंदा पानी और भरा गया। वहीं जिम्मेदार अधिकारी इन सब बातों से पूरी तरह से बेखबर हैं।
शहर के अंदर सरकारी स्कूलों के बुरे हाल हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि इस गंदगी कचरे को हटवाने के लिए कई बार शिकायतें कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। तो ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों की हालत क्या होगी। शहर में कलेक्ट्रेट कालोनी स्थित हाईस्कूल परिसर के आसपास गंदा पानी बहता रहता है। जबकि स्कूल के नजदीक ही अधिकारियों के सरकारी आवास भी हैं। लेकिन यहां पर साफ-सफाई नियमित रूप से नहीं हो पाती है। इसमें मौजूद गंदगी कचरे के कारण दिन भर बदबू रहती है। इस कारण उनकी पढ़ाई भी सही तरीके से नहीं हो पाती। पाटनदेव मिडिल और प्राइमरी के आसपास भी यही स्थिति है। गल्र्स स्कूल परिसर में भी पानी भरा होने से छात्राओं को कक्षाओं तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।