पद पर रहकर मनमानी करता रहा
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सालय में पिछले 10 सालों से दुग्ध अभिलेखक शिव मंगल ? सिंह तोमर एक ही जगह पदस्थ हैं। वह यहां के तीन दवाई स्टोर गोदामों का प्रभारी बने हुए हैं। पिछले साल जब उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. प्रमोद अग्रवाल ने प्रभारी दवा स्टोर कीपर तोमर को तकनीकि कर्मचारी न होने की वजह से पशु गर्भाधान केंद्र में नियुक्त कर दिया था। लेकिन तोमर ने वहां का चार्ज नहीं संभाला वह मनमानी पूर्ण अपने स्टोर कीपर के पद पर कायम रहे।
ऐसे चली टालमटोल
1 जनवरी 2017 में पशु अस्पताल की डॉ. मंजू टोप्पो को दवा स्टोर का चार्ज दिए जाने के आदेश विभाग ने दिए। लेकिन दवा स्टोर कीपर तोमर चार्ज देने के पक्ष में नहीं रहा। इस तरह तोमर की मनमानी के बीच सालभर का समय बीत गया। अभी 30 जनवरी 2018 को दोबारा से ज्वाइंट डायरेक्टर पशु चिकित्सा सेवाएं भोपाल से डॉ. मंजू टोप्पो को चार्ज देने के आदेश जारी हुए। 2 फरवरी को दोबारा से आदेश जारी हुए। फिर भी तोमर द्वारा चार्ज नहीं देने के कारण विभाग ने हाई पॉवर कमेटी में पांच अधिकारियों को शामिल कर रायसेन भेजा। लेकिन फिर भी सोमवार को उसने कार्यभार नहीं दिया। उसने अधिकारियों के सामने दवाई का रिकार्ड सूची नहीं बनाए जाने का बहाना बना लिया। अधिकारियों का दल बैरंग भोपाल लौट गया। बाद में उसने रिकार्ड छुपाने के उद्देश्य से कई दवाओं को आग के हवाले कर दिया।
— इस मामले में विभाग के पांच अधिकारियों की जांच कमेटी बनाई गई है। फिलहाल दवा स्टोर का चार्ज तकनीकि अधिकारी डॉ. मंजू टोप्पो को दिलाने की कार्यवाही की जाएगी। मामले की जांच कराने के बाद दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
डॉ. प्रमोद अग्रवाल, उप संचालक पशु चिकित्सा