चांदना गांव के किसान रामविलास ने बताया कि सोमवार को 19 क्विंटल धान लेकर बेचने आए थे। नीलामी के बाद उपज जब तुलवाई गई तो व्यापारी के यहां हम्मालों ने 40-40 किलो की कट्टी में धान की उपज तौली। ऐसे में 80 किलो उपज के 14 रुपए हम्माली, तुलाई के देने पड़े। जबकि पहले ५० से ५५ किलो की कट्टी में तुलाई की जाती थी। इस कारण तुलाई में ज्यादा रुपए लिए जा रहे। किसानों का कहना है कि मंडी परिसर में कुछ व्यापारियों के यहां हम्माल, तुलैयों द्वारा मनमानी कर राशि वसूली जाती है। विरोध करने पर किसानों के साथ अभद्रता होती है।
बढ़ी धान की आवक
दशहरा पर्व होने के बाद जिले भर में धान की फसल कटाई का दौर शुरु हो चुका है। ऐसे में किसान दीपावली से पहले धान की उपज बेचकर रबी सीजन की फसलों की बोवनी की तैयारी कर रहे। वहीं त्योहार सीजन की खरीदारी को लेकर भी किसान बड़ी मात्रा में उपज बेचने ला रहे। मंडी प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को लगभग साढ़े आठ हजार क्विंटल धान की आवक रही। जबकि सोमवार को करीब साढ़े नौ हजार क्विंटल धान की आवक दर्ज हुई थी।
ये मिला धान का भाव
मंडी प्रबंधन के अनुसार मंगलवार को धान २००० रुपए से लेकर २७५० रुपए प्रति क्विंटल तक नीलाम हुई। मंडी में नीलामी के लिए १५०९ किस्म की उपज अधिक मात्रा में आ रही। किसान हरलाल, सोनू पटेल, देवकिशन आदि ने बताया कि इस बार ज्यादातर क्षेत्र में धान के रोपे लगाने के बजाए बोवनी की गई है। किसानों के अुनसार बोवनी में धान की पैदावार बेहतर बताई जा रही है।
होने लगी सड़क पर अव्यवस्था: धान की उपज नीलाम होने के दौरान शहर में भोपाल रोड सहित दशहरा मैदान, खेल स्टेडियम और केन्द्रीय विद्यालय के समीप खासी अव्यवस्था नजर आती है। क्योंकि ज्यादा आवक के चलते दशहरा मैदान पूरा भर जाता और वहीं कुछ किसान अपने टै्रक्टर-ट्रॉली सहित मैजिक, ट्रक वाहन सड़क पर खड़े कर देते हैं, जिससे सुबह के समय स्टेडियम की ओर जाने वालों और केन्द्रीय विद्यालय जाने वाले छात्रों को परेशानी से निकलना पड़ता है। मंगलवार को भी यही हालात दिखाई दिए।
धान की उपज नीलाम होने के दौरान शहर में भोपाल रोड सहित दशहरा मैदान, खेल स्टेडियम और केन्द्रीय विद्यालय के समीप खासी अव्यवस्था नजर आती है। क्योंकि ज्यादा आवक के चलते दशहरा मैदान पूरा भर जाता और वहीं कुछ किसान अपने टै्रक्टर-ट्रॉली सहित मैजिक, ट्रक वाहन सड़क पर खड़े कर देते हैं, जिससे सुबह के समय स्टेडियम की ओर जाने वालों और केन्द्रीय विद्यालय जाने वाले छात्रों को परेशानी से निकलना पड़ता है। मंगलवार को भी यही हालात दिखाई दिए।