मध्य पश्चिम रेलवे के निर्माण विभाग की जानकारी के अनुसार स्टेशन रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज से करीब १५० मीटर आगे भोपाल की ओर अंडर ब्रिज बनाया जा रहा है। अंडर ब्रिज ५ मीटर चौड़ा, करीब ३ मीटर ऊंचा एवं २१ मीटर लम्बा होगा। इसके निर्माण पर करीब २ करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। निर्माण एजेंसी ने बुघवार से रिंग डालने के लिए पटरियों के पास खुदाई का काम शुरू कर दिया है।
शहर में रेलवे अंडर ब्रिज की मांग वर्ष २०१४ में उस समय उठी जब नगर के युवा जागरुक नागरिक अमित तिवारी ने जबलपुर उच्च न्यायलय में निर्माणधीन रेलवे ओवर ब्रिज में तकनीकी खामियां बताते हुए एक पीआईएल दायर की। एक माह बाद उच्च न्यायलय में इस पर सुनवाई करते हुए लोक निर्माण सेतू विभाग, रेलवे, जिला प्रशासन को आदेश दिया कि तिवारी के साथ चर्चा कर इस संबंध में उचित निर्णय लें।
एवं इसके टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। दरअसल रेलवे और लोक निर्माण विभाग द्वारा मंडीदीप में बनाए गए ओवर ब्रिज पर पैदल चलने के लिए फुटपाथ सहित पटरियों के पास ब्रिज पर चढऩे के लिए सीढिय़ों का कोई प्रावधान नहीं है। इसके चलते पैदल यात्रियों, बुजुर्गों, बच्चों सहित दिव्यांगों को रेलवे लाइन पार करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। तिवारी ने इसी को आधार बनाते हुए न्यायालय में पीआईएल दायर की थी।
मंडीदीप में रेलवे ओवर ब्रिज के साथ अंडर ब्रिज बनाने के संबंध में जबलुपर उच्च न्यायलय का आदेश रेलवे के लिए नजीर बन गया और वर्ष 2015 के बाद रेलवे द्वारा ज्यादातर ओवर ब्रिज के निर्माण के साथ अंडर ब्रिज भी स्वीकृत किए हैं। इसमें उदाहरण के तौर पर औबेदुल्लागंज ओवर ब्रिज, बाबडिय़ा ओवर ब्रिज के साथ अंडर ब्रिज भी स्वीकृत है।