scriptगेहूं खरीदी के लिए अब तक 12088 किसानों का पंजीयन हुआ। | So far 12088 farmers have been registered for wheat procurement. | Patrika News

गेहूं खरीदी के लिए अब तक 12088 किसानों का पंजीयन हुआ।

locationरायसेनPublished: Feb 14, 2019 07:26:21 pm

पिछले साल जिले में जहां 146 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कराई गई थी।

patrika news

Raisen Last year, wheat procurement was done in support of 146 centers where support price was made. At the same time, the decision to procure wheat at only 70 centers has been taken from the government level, so farmers are also very upset and the officials of the co-operative society are also concerned, because the main share of the income of the co-operative societies is to buy the produce at support price.

रायसेन. पिछले साल जिले में जहां 146 केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कराई गई थी। वहीं इस बार मात्र 70 केन्द्रों पर गेहूं खरीदी करने का निर्णय शासन स्तर से लिया गया है, जिससे किसान भी खासे परेशान हैं और सहकारी समिति के अधिकारी, कर्मचारी भी चिंता मेें है, क्योंकि सहकारी समितियां की आमदनी का मुख्य हिस्सा समर्थन मूल्य पर उपज खरीदी है। ऐसे में जब ज्यादातर सोसाइटियों को खरीदी करने से वंचित रखा जा रहा है, तो सोसाइटियां और ज्यादा घाटे में पहुंचेगी।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीआर कौशल ने बताया कि 52 खरीदी केन्द्र बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर उन केन्द्रों पर भी गेहूं खरीदी की तैयारियां शुरू की जाएगी। जबकि 25 मार्च से गेहूं खरीदी शुरू होनी है और यह 24 मई तक चलेगी। इस संबंध में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक विवेक रंगरारी ने बताया कि फिलहाल हमारे पास इस समय बारदाने की दस हजार गठानें स्टॉक में उपलब्ध है। और तो और इस वर्ष चार फरवरी से किसानों के पंजीयन भी शुरू हो चुके हैं।
अब तक जिले के 12088 किसान अपनी फसल बेचने के लिए अपना पंजीयन करा चुके हैं। इस कारण मंडी में फसल की अच्छी आवक की उम्मीद जितनी किसानों को है, उतनी सरकार को भी है। वैसे किसानों की सुविधाओं के लिए भी इस बार विशेष इंतजाम किए जाएंगे।

इसलिए बंद किए केन्द्र
जिला आपूर्ति अधिकारी सीआर कौशल ने बताया कि बीते दो वर्षों में जिन सोसाइटियों के खरीदी केन्द्रों पर भंडारण और खरीदे गए गेहूं की मात्रा में अंतर आया है। उन्हें इस साल शासन स्तर से ही बंद कर दिया गया है। शासन की नीति के अनुसार भंडारण और खरीदी में 0.25 प्रतिशत की कमी आने पर उन सोसाइटियों से इस वर्ष गेहूं खरीदी नहीं कराई जा रही है। जिले के 28 खरीदी केन्द्र ऐसे भी हैं, जहां पर परिवहनकत्र्ताओं की लापरवाही से गेहूं की मात्रा में कमी आना बताया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो